ETV Bharat / state

रांची की लड़की को दिल्ली में बेचने का आरोपी गिरफ्तार, लड़की को रेस्क्यू करने दिल्ली जाएगी टीम - रांची में मानव तस्करी का मामला

रांची से लड़कियों को ले जाकर दिल्ली में बेचने का एक मामला सामने आया है. पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी है. पूछताछ में पता चला है कि आरोपी यहां से लड़कियों को ले जाकर मामा की प्लेसमेंट एजेंसी के जरिये बेचता है.

दिल्ली में बेची जा रही रांची की बेटियां
दिल्ली में बेची जा रही रांची की बेटियां
author img

By

Published : Sep 5, 2020, 6:47 AM IST

रांची: झारखंड में तमाम कोशिशों के बावजूद मानव तस्करी नहीं रूक पा रही है. एक के बाद एक लगातार मामले सामने आ रहे हैं. अब एक मामा-भांजे की ओर से रांची की बेटियों को दिल्ली में बेचने का मामला सामने आया है. मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस इसकी जांच में जुट गई है.

ये भी पढ़ें- भूखे रहकर शिक्षक दिवस मनाना बेमानी, शिक्षक दिवस के दिन ही राजधानी के शिक्षक देंगे धरना

क्या है पूरा मामला

पांच वर्ष पहले रांची के लापुंग इलाके की रहने वाली 17 साल की नाबालिग को दिल्ली में बेच दिया गया था. इसके बाद से नाबालिग का कोई पता नहीं चल पा रहा था. नाबालिग की खोजबीन में परिजनों को जानकारी मिली कि इटकी इलाके का रहने वाला सुभाष सिंह उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर ले गया है और बेच दिया है. इधर हाल में सुभाष सिंह इटकी इलाके में दिखा तो उसे खूंटी की रहने वाली समाजसेवी लक्ष्मी बाखला के सहयोग से सीडब्ल्यूसी रांची की अध्यक्ष रूपा वर्मा ने इटकी थाने की पुलिस से गिरफ्तार कराया. पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि आरोपी रांची से लड़कियों को दिल्ली ले जाकर मामा के जरिये बेचता है. गिरफ्तारी के बाद बाद उसे रांची के कोतवाली थाना स्थित एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) भेजा गया, जहां उससे पूछताछ की जा रही है.

मामा चलाता है प्लेसमेंट एजेंसी

अब तक की पूछताछ में सुभाष सिंह ने बताया है कि उसने 17 साल की नाबालिग को दिल्ली में प्लेसमेंट एजेंसी चलाने वाले अपने मामा विमल सिंह को सौंप दिया है. पुलिस की पूछताछ में आई बातों के आधार पर नाबालिग को रेस्क्यू करने के लिए एक टीम दिल्ली भेजने की तैयारी कर रही है. एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की एक टीम विमल सिंह के ठिकाने पर पहुंचेगी और लापुंग इलाके से गायब नाबालिग का पता लगाएगी.

जगन्नाथ मेला घुमाने के नाम पर ले गया था आरोपी

पुलिस के मुताबिक लापुंग इलाके की रहने वाली 17 साल की नाबालिग को सुभाष सिंह 1 जुलाई 2015 को बाइक में बैठाकर जगन्नाथ मेला घुमाने की बात कह ले गया था. उस दिन के बाद नाबालिग घर नहीं लौटी. अब तक नाबालिग के बारे में कोई पता नहीं चल पाया. इस दौरान नाबालिग के पिता और भाई लगातार ढूंढ़ते रहे. लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल सकी. इधर, हाल में समाजसेवी लक्ष्मी बाखला की मदद से सीडब्ल्यूसी रांची में शिकायत दर्ज कराई गई. सीडब्ल्यूसी में शिकायत दर्ज कराने के बाद मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई की गई और आरोपित सुभाष सिंह को दबोचा गया. फिलहाल सीडब्ल्यूसी के निर्देश पर एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट में आरोपित सुभाष सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. पुलिस नाबालिग का पता लगाने में जुट गई है.

भांजा भेजता है लड़कियां

अब तक की पुलिस की पूछताछ और सीडब्ल्यूसी को मिले इनपुट के अनुसार पकड़े गए आरोपित सुभाष सिंह का मामा विमल सिंह दिल्ली में प्लेसमेंट एजेंसी चलाता है. आरोपी प्लेसमेंट एजेंसी की आड़ में लड़कियों को बेचने का धंधा कर रहा है. फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुट गई है कि रांची से कितनी लड़कियों को दिल्ली भेजा गया है और वह किस स्थिति में हैं. पुलिस की टीम दिल्ली पहुंच कर पूरे मामले की जांच करेगी.

प्लेसमेंट एजेंसी के नाम पर गंदा खेल

सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष रूपा वर्मा ने ईटीवी भारत से फोन पर बातचीत में बताया कि गिरफ्तार आरोपी से रांची की लड़कियों को दिल्ली में बेचने की जानकारी मिली है. इसके बाद पुलिस को अलर्ट करते हुए उसे पकड़वाया गया है. फिलहाल सीडब्ल्यूसी की टीम और पुलिस पता लगाने में जुट गई है कि कितनी बेटियों को प्लेसमेंट एजेंसी की आड़ में बेचा गया है.

रांची: झारखंड में तमाम कोशिशों के बावजूद मानव तस्करी नहीं रूक पा रही है. एक के बाद एक लगातार मामले सामने आ रहे हैं. अब एक मामा-भांजे की ओर से रांची की बेटियों को दिल्ली में बेचने का मामला सामने आया है. मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस इसकी जांच में जुट गई है.

ये भी पढ़ें- भूखे रहकर शिक्षक दिवस मनाना बेमानी, शिक्षक दिवस के दिन ही राजधानी के शिक्षक देंगे धरना

क्या है पूरा मामला

पांच वर्ष पहले रांची के लापुंग इलाके की रहने वाली 17 साल की नाबालिग को दिल्ली में बेच दिया गया था. इसके बाद से नाबालिग का कोई पता नहीं चल पा रहा था. नाबालिग की खोजबीन में परिजनों को जानकारी मिली कि इटकी इलाके का रहने वाला सुभाष सिंह उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर ले गया है और बेच दिया है. इधर हाल में सुभाष सिंह इटकी इलाके में दिखा तो उसे खूंटी की रहने वाली समाजसेवी लक्ष्मी बाखला के सहयोग से सीडब्ल्यूसी रांची की अध्यक्ष रूपा वर्मा ने इटकी थाने की पुलिस से गिरफ्तार कराया. पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि आरोपी रांची से लड़कियों को दिल्ली ले जाकर मामा के जरिये बेचता है. गिरफ्तारी के बाद बाद उसे रांची के कोतवाली थाना स्थित एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) भेजा गया, जहां उससे पूछताछ की जा रही है.

मामा चलाता है प्लेसमेंट एजेंसी

अब तक की पूछताछ में सुभाष सिंह ने बताया है कि उसने 17 साल की नाबालिग को दिल्ली में प्लेसमेंट एजेंसी चलाने वाले अपने मामा विमल सिंह को सौंप दिया है. पुलिस की पूछताछ में आई बातों के आधार पर नाबालिग को रेस्क्यू करने के लिए एक टीम दिल्ली भेजने की तैयारी कर रही है. एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की एक टीम विमल सिंह के ठिकाने पर पहुंचेगी और लापुंग इलाके से गायब नाबालिग का पता लगाएगी.

जगन्नाथ मेला घुमाने के नाम पर ले गया था आरोपी

पुलिस के मुताबिक लापुंग इलाके की रहने वाली 17 साल की नाबालिग को सुभाष सिंह 1 जुलाई 2015 को बाइक में बैठाकर जगन्नाथ मेला घुमाने की बात कह ले गया था. उस दिन के बाद नाबालिग घर नहीं लौटी. अब तक नाबालिग के बारे में कोई पता नहीं चल पाया. इस दौरान नाबालिग के पिता और भाई लगातार ढूंढ़ते रहे. लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल सकी. इधर, हाल में समाजसेवी लक्ष्मी बाखला की मदद से सीडब्ल्यूसी रांची में शिकायत दर्ज कराई गई. सीडब्ल्यूसी में शिकायत दर्ज कराने के बाद मामले को संज्ञान में लेकर कार्रवाई की गई और आरोपित सुभाष सिंह को दबोचा गया. फिलहाल सीडब्ल्यूसी के निर्देश पर एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट में आरोपित सुभाष सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है. पुलिस नाबालिग का पता लगाने में जुट गई है.

भांजा भेजता है लड़कियां

अब तक की पुलिस की पूछताछ और सीडब्ल्यूसी को मिले इनपुट के अनुसार पकड़े गए आरोपित सुभाष सिंह का मामा विमल सिंह दिल्ली में प्लेसमेंट एजेंसी चलाता है. आरोपी प्लेसमेंट एजेंसी की आड़ में लड़कियों को बेचने का धंधा कर रहा है. फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुट गई है कि रांची से कितनी लड़कियों को दिल्ली भेजा गया है और वह किस स्थिति में हैं. पुलिस की टीम दिल्ली पहुंच कर पूरे मामले की जांच करेगी.

प्लेसमेंट एजेंसी के नाम पर गंदा खेल

सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष रूपा वर्मा ने ईटीवी भारत से फोन पर बातचीत में बताया कि गिरफ्तार आरोपी से रांची की लड़कियों को दिल्ली में बेचने की जानकारी मिली है. इसके बाद पुलिस को अलर्ट करते हुए उसे पकड़वाया गया है. फिलहाल सीडब्ल्यूसी की टीम और पुलिस पता लगाने में जुट गई है कि कितनी बेटियों को प्लेसमेंट एजेंसी की आड़ में बेचा गया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.