रांची: रेल यात्रियों का सफर सुहाना हो इसको लेकर रांची रेल मंडल (Ranchi Rail Division) की तरफ से लगातार पहल की जा रही है. मेरी सहेली टीम के अलावा रेलवे स्टेशनों पर आरपीएफ की नन्हे फरिश्ते टीम भी लगातार ट्रेनों के साथ-साथ स्टेशन परिसर पर भी निगरानी रखती है. इसके अलावा रेलवे हेल्पलाइन नंबर के जरिए यात्रियों की परेशानियों को दूर किया जा रहा है.
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अच्छा काम कर रही मेरी सहेली और नन्हे फरिश्ते की टीम
रांची रेल मंडल की मेरी सहेली और नन्हे फरिश्ते की टीम बेहतर काम कर रही है. आरपीएफ की इस पहल के कारण यात्रियों की परेशानी कुछ हद तक कम हुई है. मानव तस्करी के साथ-साथ नशीली पदार्थों की तस्करी पर भी रोक लगी है. जांच टीम ट्रेनों के साथ-साथ स्टेशन परिसर पर भी निगरानी रखते हुए समय-समय पर अभियान चलाती है.
139 पर कर सकते हैं शिकायत
यात्रियों की समस्या का समाधान करने के लिए रेलवे की तरफ से दो हेल्पलाइन नंबर (139 और 182) जारी किया गया था. दो नंबर होने पर यात्री भी असमंजस में रहते थे और पहले रेलवे की तरफ से अच्छा रिस्पॉन्स भी नहीं मिलता था. लेकिन अब दोनों नंबर का विलय कर दिया गया है. 139 पर डायल करते ही रिस्पॉन्स मिलता है. यात्री इस नंबर पर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
परिचालन की जानकारी के साथ ही दुर्घटना और अन्य किसी भी समस्या से निपटने के लिए रांची रेल मंडल का यह नंबर काफी सहायक है. रांची रेल मंडल के सीनियर डीसीएम अवनीश कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि इसे लेकर केंद्रीय स्तर से निर्देश दिया गया था. उसके बाद रांची रेल मंडल की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है.
एक ट्वीट पर होता है समस्या का समाधान
@railwayseva पर ट्वीट करते ही रेलवे की तरफ से तुरंत समस्या का समाधान कराया जाता है. अगर आप इस पर ट्वीट करते हैं तो रेलवे की तरफ से डीआरएम को समस्या की जानकारी दी जाती है. डीआरएम परिचालन हेड को परेशानी बताते हैं. इसके बाद मेंटेनेंस विभाग और इंजीनियर को इसकी जानकारी दी जाती है. इंजीनियर तुरंत यात्री के पास पहुंचते हैं और समस्या का समाधान किया जाता है.
पिछले दिनों एक यात्री ट्रेन में सफर कर रहे थे और उनकी बर्थ के पास चार्जिंग प्वॉइंट खराब था. उन्होंने @railwayseva को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. 15 मिनट के अंदर इंजीनियर उनके पास पहुंचे और समस्या का समाधान किया.