रांची: देशभर में सीएए और एनआरसी को लेकर घमासान मचा हुआ है. कोई इसके विरोध में स्वर बुलंद कर रहे हैं तो कोई समर्थन में गोली चला रहे हैं. इसी कड़ी में अखिल भारत हिंदू महासभा ने रांची में एक विशेष बैठक का आयोजन कर सीएए-एनआरसी के समर्थन में सड़कों पर चरणबद्ध आंदोलन की रणनीति बनाई है. साथ ही सरकार से इस एक्ट को लेकर दो मांग रखी है.
ये भी देखें- कांग्रेस ने BJP को परिणाम भुगतने की दी चेतावनी, रघुवर सरकार के अधूरे कार्यों की कर रही समीक्षा
क्या है अखिल भारत हिंदू महासभा राष्ट्रीय प्रवक्ता का कहना
इस बैठक में हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रमोद कुमार मिश्र विशेष रूप से शामिल हुए जिस दौरान उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून 2019 देश हित में है. इस कानून का जो भी लोग विरोध कर रहे हैं. वह निश्चित रूप से देश के गद्दारों की श्रेणी में है और देश में दंगा भड़काने का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं.
ये भी देखें- दुमका में ग्लाइडर क्रैश, इंजीनियर की मौत, पायलट घायल
हिंदू महासभा की शर्ते
हिंदू महासभा ने रांची में एक विशेष बैठक के दौरान दो शर्तें रखी. उन्होंने कहा कि इस कानून में दो संशोधन की मांग भी करती है. पहला दिनांक 31 दिसंबर 2014 की सीमा हटाकर इसे असीमितत किया जाए. दूसरा बांग्लादेश अफगानिस्तान और पाकिस्तान से धार्मिक आधार पर प्रताड़ित होकर आने वाले हिंदू सिख बौद्ध जैन ईसाई और पारसी उनके भारत में नागरिकता देने से पहले उस देश में छोड़ी गई संपत्ति वापसी के लिए भारत सरकार द्वारा दावा प्रस्तुत करना चाहिए.