रांची: हेमंत सरकार अपना पहला बजट 3 मार्च को सदन में पेश करेगी. इससे पहले 2 मार्च यानी सोमवार को सदन पटल पर आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट पेश किया जाएगा. पूर्ववर्ती रघुवर सरकार की ओर से पेश अंतिम आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में 3 वर्षों में झारखंड का औसत वार्षिक विकास दर 8.2 फीसदी बताया गया था. जबकि सकल घरेलू उत्पाद 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान किया गया था. पिछले आर्थिक सर्वेक्षण में वास्तविक और नॉमिनल प्रति व्यक्ति आय 59,384 और 76,806 रुपए हो जाने का अनुमान है.
अब देखना यह है कि हेमंत सरकार के आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में क्या कुछ सामने आता है. ऐसा इसलिए क्योंकि सत्ता में आते ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खजाने की स्थिति पर चिंता जाहिर की थी और कहा था कि उनकी सरकार खजाने को लेकर श्वेत पत्र भी जारी करेगी.
खास बात है कि विपक्ष ने रघुवर सरकार से अंतिम बजट के दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना में गड़बड़ी का मामला उठा था. साथ ही गांव स्तर पर पेयजल आपूर्ति नहीं होने को लेकर भी काफी हंगामा हुआ था. सब पूर्ववर्ती सरकार ने भरोसा दिलाया था कि साल 2019-20 में गांव में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था सुनिश्चित कर दी जाएगी.
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हंगामे के आसार
बजट सत्र के पहले दिन जिस तरह से बीजेपी विधायकों ने बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष का दर्जा नहीं देने पर हंगामा किया था, उससे साफ है कि बजट सत्र के दूसरे दिन भी हंगामा होगा. देखना है कि जब सरकार आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट सदन पटल पर रखेगी तब विपक्ष का रवैया कैसा रहता है.