रांची: एचईसी कर्मचारियों को पिछले 19 महीने से वेतन नहीं मिला है. इसके विरोध में बुधवार शाम कर्मचारियों ने प्रबंधन से बात करने की कोशिश की लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें कमरे में जाने नहीं दिया और उनपर लाठियां भांजी. इसके विरोध में गुरुवार सुबह से ही आक्रोशित लोगों ने रोड जाम कर एचईसी प्रबंधन से वार्ता और सुरक्षाकर्मी के सस्पेंशन की मांग की.
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अपने बकाया वेतन को लेकर कर्मचारी एचईसी के फाइनेंस डायरेक्टर राजेश कुमार द्विवेदी और प्रोडक्शन डायरेक्ट एसडी सिंह से बात करने की कोशिश की. इस दौरान सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ के जवानों ने उन्हें दरवाजे के बाहर ही रोक दिया. कुछ देर तक इंतजार करने के बाद कर्मचारियों के सब्र का बांध टूट गया और कई घंटों तक कर्मचारियों ने दोनों अधिकारियों को उनके कार्यालय में बंधक बना लिया.
इस बीच वित्त निदेशक और उत्पाद निदेशक सीआईएसएफ की सुरक्षा के बीच बाहर निकलने की कोशिश की. जिस पर सीआईएसएफ ने कर्मचारियों पर हल्का बल प्रयोग कर उन्हें रास्ते से हटाने की कोशिश की. इस पर कर्मचारी उम्र हो गए और धक्का-मुक्की करने लगे, जिसपर सीआईएसएफ को लाठी चार्ज करना पड़ा. जिसमें कई कर्मचारियों को चोट भी लगी. इसके विरोध में दूसरे दिन गुरुवार को सुबह से ही एचईसी हेड क्वार्टर के पास प्रोजेक्ट भवन जाने वाले रास्ते को कर्मचारियों ने जाम कर दिया.
सड़क जाम होने के बाद आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. लोगों की परेशानियों को देखते हुए मौके पर पुलिस पहुंची लेकिन आक्रोशित कर्मचारियों ने पुलिस की एक न सुनी. कर्मचारियों की मांग है कि जिन सीआईएसएफ जवानों ने उनके ऊपर लाठी चार्ज किया है, उन्हें सस्पेंड किया जाए और दुर्गा पूजा के मौके पर जल्द से जल्द उन्हें वेतन का भुगतान किया जाए.
इस बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोध कांत सहाय भी मौके पर पहुंचकर प्रबंधन से वार्ता करने की बात कही. वार्ता की सहमति बनने के बाद आक्रोशित कर्मचारियों ने फिलहाल सड़क जाम हटा दिया है और वार्ता में निर्णय का इंतजार कर रहे हैं. घायल हुए कर्मचारी राजेश कुमार ने कहा कि एचईसी प्रबंधन अगर इसी तरह से तानाशाही करेगा तो आने वाले दिनों में एचईसी के कर्मचारी और भी उग्र प्रदर्शन करेंगे.