रांची: एचईसी के कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों और वेतन को लेकर पिछले एक महीने से ज्यादा समय से भी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी के मद्देनजर शनिवार की देर शाम एचईसी के कर्मचारी और पदाधिकारियों ने मशाल जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन (HEC Employees Torch Procession) किया. मशाल जुलूस मार्च के दौरान राज्य सरकार, केंद्र सरकार और एचईसी के प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी भी की गई.
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विरोध प्रदर्शन के दौरान एचईसी के कर्मचारी कभी पकौड़े बेचते नजर आते हैं, तो कभी चाय और जलेबी बेचते. विरोध प्रदर्शन के दौरान एचईसी के पदाधिकारी और कर्मचारी यही मांग कर रहे हैं कि पिछले एक साल से ज्यादा समय से बकाया वेतन को जल्द से जल्द भुगतान करे. एचईसी का जीर्णोद्धार कर सभी कर्मचारियों का भविष्य बेहतर करें. शनिवार को शाम में एचईसी के कर्मचारियों ने पुराने विधानसभा से बिरसा चौक और फिर वहां से एचईसी मुख्यालय तक मशाल जुलूस निकाला और मुख्यालय पहुंचने के बाद निदेशक और सीएमडी का पुतला दहन किया.
बता दें कि एचईसी के कर्मचारी पिछले 40 दिनों से ज्यादा समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं ताकि उनका एक साल से ज्यादा समय का बकाया वेतन जल्द से जल्द भुगतान हो सके. प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने कहा कि आज जो लोग सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं, लोग कभी देश निर्माण के लिए कई बड़े आविष्कार कर चुके हैं. लेकिन सरकार उनके इस योगदान को नग्न मान रही है. इसलिए सभी कर्मचारियों को कारखाने से निकालने का प्रयास किया जा रहा है. जुलूस में शामिल कर्मचारियों ने कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों को पूरा नहीं करती तब तक वह विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे. चाहे इसके लिए उन्हें किसी भी हद तक क्यों न जाना पड़े.
एचईसी के कर्मचारियों के प्रदर्शन को देखते हुए रांची सांसद संजय सेठ में भारी उद्योग मंत्रालय में एचईसी के जीर्णोद्धार को लेकर अपनी बात भी रखी थी. लेकिन कर्मचारियों की लगातार बढ़ती परेशानी को देखते हुए एचईसी के कामगार अपने विरोध प्रदर्शन को लगातार जारी रखे हुए हैं.