रांचीः झारखंड में एक बार फिर तपिश भरी गर्मी का अहसास लोगों को होने वाला है. मौसम केंद्र ने अगले पांच दिनों में राज्य में अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस बढ़ोतरी का अनुमान लगाया है. हालांकि मौसम केंद्र रांची के अनुसार राज्य में अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी के बावजूद इस दौरान हीट वेव चलने की उम्मीद नहीं है. रांची मौसम केंद्र की वरिष्ठ मौसम पूर्वानुमान वैज्ञानिक प्रीति गुणवाणी ने कहा कि झारखंड के ऊपर अभी किसी तरह के सिस्टम का प्रभाव नहीं है.
बंगाल की खाड़ी में बन रहा है साइक्लोनिक सिस्टमः मौसम केंद्र रांची की वरिष्ठ मौसम पूर्वानुमान वैज्ञानिक प्रीति गुणवाणी ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक साइक्लोनिक सिस्टम बन रहा है. जिसके अगले 24 से 48 घंटे के अंदर लो प्रेशर में बदल जाने की उम्मीद है. मौसम वैज्ञानिक उसको ट्रैक कर रहे हैं. प्रीति गुणवाणी ने बताया कि इस साइक्लोनिक सिस्टम के लो प्रेशर में बदल जाने के बाद ही उसकी तीव्रता और प्रभाव का आकलन ज्यादा सटीक किया जा सकता है. अभी तक के अनुसार इस साइक्लोनिक सिस्टम का झारखंड पर प्रभाव पड़ने की संभावना बेहद कम है.
संभावित चक्रवात का यमन ने नाम दिया है मोचाः वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक प्रीति गुणवाणी के अनुसार अगर साइक्लोनिक सिस्टम "लो प्रेशर" में बदल कर चक्रवात का रूप ले लेता है, तो इस बार उसका नाम "मोचा" होगा. "मोचा" यमन द्वारा दिया गया नाम है. जिसका अर्थ कॉफी होता है.
पिछले सात दिनों से झारखंड का मौसम था सुहानाः पिछले सात दिनों से झारखंड के ज्यादातर जिलों में अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहा है. आसमान में बादल छाए रहने और कहीं-कहीं तेज हवा के साथ बारिश की वजह से राज्य के अधिकांश जिलों में अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे ही रहा है. इस दौरान लोगों को गर्मी से भी राहत मिली है.
पिछले 24 घंटे में गोड्डा रहा सबसे गर्म, पूर्वी सिंहभूम में हुई सबसे अधिक बारिशः मौसम केंद्र रांची के अनुसार पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक तापमान गोड्डा में 38 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है. वहीं सबसे कम तापमान गढ़वा में 21.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है. इस दौरान सबसे अधिक 21.6MM वर्षा पूर्वी सिंहभूम के बोरम में रिकॉर्ड किया गया है. चक्रधरपुर में 10 मिमी, गोइलकेरा में 6.4 मिमी, पाकुड़ में 04 मिमी बारिश हुई है.