रांची: यौन शोषण से जुड़े बाघमारा के विधायक ढुल्लू महतो के मामले पर झारखंड हाई कोर्ट में सोमवार को सुनवाई हुई. मामले की सुनवाई जस्टिस आनंद सेन की अदालत में हुई.
वहीं, अदालत ने सरकार से मामले में जांच की रिपोर्ट मांगी है. साथ ही यह बताने को कहा है कि ढुल्लू महतो के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के बाद चार्ज कहां तक पहुंची है और जांच अभी तक किस स्थिति में है. सरकार को 1 सप्ताह में शपथ पत्र के माध्यम से जांच की प्रगति रिपोर्ट सौंपने का निर्देश कोर्ट ने दिया है.
बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो के खिलाफ केस करने वाली महिला नेत्री की ओर से अदालत में सीबीआई जांच करने का आग्रह किया गया है. साथ ही अदालत को बताया गया कि डोलोमा तो साल 2015 से ही महिला पर यौन शोषण कर रहा है. महिला ने साल 2018 में ढुल्लू महतो के खिलाफ ऑनलाइन शिकायत की लेकिन प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई.
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प्राथमिकी दर्ज करने के लिए वह लगातार थाने भी गए लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई. अक्टूबर में उन्होंने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर प्राथमिकी दर्ज नहीं करने की जानकारी दी गई और सीबीआई जांच का आग्रह किया गया. कोर्ट के आदेश के बाद प्राथमिकी तो दर्ज कर ली गई लेकिन जांच नहीं की जा रही है. वहीं, अदालत ने प्रार्थी से पूछा कि साल 2015 में ही जब यौन शोषण की घटना हुई थी तो 3 साल बाद क्यों शिकायत दर्ज कराई गई, शिकायत दर्ज नहीं कराने का क्या कारण है. आपको बता दें कि बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो के खिलाफ उन्हीं की पार्टी के एक महिला पदाधिकारी ने यौन उत्पीड़न और दुष्कर्म करने का आरोप लगाई है.