रांची: विश्व विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर रिम्स अस्पताल में सेमिनार का आयोजन किया गया. जिसमें लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया. रिम्स में आयोजित सेमिनार में सभी विभाग के चिकित्सक और मेडिकल के छात्र शामिल हुए. सेमिनार में हार्ट रोग, कैंसर जैसी बीमारियों के बारे में चर्चा की गई और लोगों को उससे बचने के उपाय बताए गए.
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प्रदूषण से बीमारियों का खतरा: सेमिनार में मौजूद छाती रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अत्री गंगो उपाध्याय ने कहा कि आज का वातावरण दिन प्रतिदिन प्रदूषित होते जा रहे हैं जिस वजह से लोगों के बीमार होने की संख्या भी बढ़ती जा रही है. उन्होंने बताया कि कुछ वर्ष पहले तक यह देखा जाता था कि सिर्फ बड़े-बड़े कारखानों और फैक्ट्री में काम करने वाले लोगों को ही हृदय से जुड़ी बीमारियां होती थी लेकिन अब स्थिति साफ उलट है. अब छोटे-छोटे बच्चे या फिर घर में काम करने वाली औरतें भी ह्रदय से ग्रसित बीमारियों की चपेट में आ रही है जिससे यह साफ प्रतीत होता है कि अब वातावरण हर जगह खराब हो चुका है. चाहे वह घर के अंदर हो या फिर घर के बाहर.
कैंसर बीमारी का प्रकोप बढ़ा: सेमिनार में मौजूद डॉ नम्रता महनसारिया ने बताया कि वह कैंसर रोग विशेषज्ञ हैं और उनके अध्ययन के अनुसार आज के डेट में यह बीमारी वैसे लोगों को हो रही है जिनके बारे में कोई भी उम्मीद नहीं कर सकता कि वह शख्स कैंसर से ग्रसित है. डॉ नम्रता बताती हैं कि आज की तारीख में ज्यादा से ज्यादा लोग बीमार हैं क्योंकि उन्हें स्वस्थ हवा और शुद्ध भोजन नहीं मिल पा रहा है.
स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता जरूरी: रिम्स के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ देवेश बताते हैं कि अब अब जरूरत है कि लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हो ताकि किसी भी तरह की समस्या से लोगों को ना जूझना पड़े. विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर इस कार्यक्रम के माध्यम से मेडिकल के छात्रों को शुद्ध वातावरण के महत्व के बारे में बताया गया ताकि आने वाले समय में कल के वरिष्ठ चिकित्सकों को वायु प्रदूषण से होने वाली बीमारियों के बारे में जानकारी हो सके.