रांची: साल 2024 तक हर घर को नल से पीने का मिलेगा, इसी उद्देश्य के साथ साल 2020 में राजधानी रांची में हर घर नल से जल योजना की शुरुआत की हुई (Ranchi Har Ghar Nal Se Jal scheme). इसके अंतर्गत प्रत्येक हर घर में नल से पहुंचाने की जिम्मेदारी राज्य सरकार और नगर निगम की थी. लेकिन आज इस योजना काम अधूरा पड़ा है, दावे तो तमाम किए गए लेकिन सच यही है कि अब तक राजधानी के लोग पीने के पानी के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे हैं.
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जूडको का दावा- काम चल रहा हैः रांची में हर घर से नल योजना को अमल में लाने की जिम्मेदारी झारखंड अर्बन इन्फ्राट्रक्चर डेवलपमेंट (JUIDCO) को दी गई है. जिसमें जुडको ने इस काम को पूरा करने के लिए तीन कंपनियों का सहयोग लिया है. इसे तीन कंपनियों को शहर के विभिन्न क्षेत्रों में हर घर से नल पहुंचाने की जिम्मेदारी दी है. जुडको के जनसंपर्क पदाधिकारी आशुतोष कुमार बताते हैं कि जिंदल नागार्जुन और L&T नाम की कंपनी को रांची में जलापूर्ति के लिए पाइपलाइन बिछाकर हर घर नल लगाने की जिम्मेदारी दी गई है. यही तीनों कंपनी शहर के विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही है.
योजना का क्या है ताजा हालः लेकिन ईटीवी भारत की टीम ने वर्तमान की जानकारी ली तो यह बात सामने आई कि जुडको कंपनी के द्वारा हर घर नल पहुंचाने को लेकर पाइपलाइन तो बिछाया जा रहा है. लेकिन नल से पानी का इंतजाम अब तक नहीं हो पाया है (Nal Se Jal scheme work incomplete in Ranchi). नगर निगम और जुडको के दावों के आधार पर हमने राजधानी के स्थानीय लोगों से बात की. इस पर लोगों ने कहा कि अभी तक उनके घरों में पाइपलाइन का काम तक नहीं हो पाया है, ऐसे में नल लगने की तो बात ही छोड़ दें. राजधानी के कई महत्वपूर्ण और मुख्य इलाकों में लोग आज भी सप्लाई वाटर के इंतजार में घंटों खड़े रहते हैं और अपने बर्तन में पानी जमा करके घर का काम पूरा करते हैं.
साल 2024 में लक्ष्य प्राप्त करना मुश्किल- डिप्टी मेयरः रांची नगर निगम के डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने बताया कि जो स्थिति हर घर नल जल पहुंचाने की बनी हुई है. यह कहीं से भी कोई लाभ लोगों को नहीं पहुंचा रहा है. साथ ही वर्ष 2024 तक कार्य को पूरा करने का जो लक्ष्य रखा गया है, वह भी पूरा होने की उम्मीद नहीं दिख पा रही है. वहीं जुडको के जनसंपर्क पदाधिकारी आशुतोष कुमार बताते हैं कि उन्हें जो जिम्मेदारी मिली है, वह अपनी जिम्मेदारी को पूरा कर रहे हैं. राजधानी के विभिन्न क्षेत्रों में पाइपलाइन बिछाकर रिस्टोरेशन का काम कर दिया गया है और जल्द ही लोगों के घरों में लगे नल से पानी भी मिलने लगेगा.
शहर के 53 वार्ड में करीब सवा दो लाख घरों में पाइपलाइन बिछाकर नल से जल पहुंचाने की लक्ष्य रखा गया है. हालांकि कुछ घरों में पाइपलाइन बिछाकर नल लगाने का काम भी पूरा कर लिया गया है. लेकिन अभी भी राजधानी के आधे से अधिक इलाके में हर घर नल से जल योजना अधर में लटकी है. जरूरत है कि राज्य सरकार और नगर निगम के साथ जुडको तेजी से काम करें ताकि शहर के सभी क्षेत्रों के लोगों को घर तक पानी मिल सके.
क्या है हर घर से नल योजनाः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 नवंबर 2020 को उत्तर प्रदेश में हर घर नल योजना का शुभारंभ किया था. योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश के उन जिलों के लिए इस योजना की शुरुआत की है, जहां पानी की समस्या लगातार विकराल रूप लेती जा रही थी. इसके बाद देश के लगभग सभी राज्यों में इसे मूर्त रूप दिया जाने लगा. इस योजना के अंतर्गत हर घर तक स्वच्छ पानी उपलब्ध करवाने का लक्ष्य साल 2024 तक निर्धारित किया गया है. इस योजना को जल जीवन मिशन के नाम से भी जाना जाता है. इस योजना से लोगों के घर में ही पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी. इस योजना का लक्ष्य 55 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन की दर से पीने योग्य जल उपलब्ध करवाना है.