रांचीः उत्तराखंड के उत्तरकाशी सिल्कयारा निर्माणाधीन सुरंग में फंसे सभी 41 मजदूर बाहर निकाल लिये गए है. इनमें से झारखंड के 15 मजदूर भी शामिल हैं, ये खबर मिलते ही उनके घर में जश्न का माहौल है. मजदूरों के सकुशल बाहर निकलने पर झारखंड में कई जगहों पर लोगों ने दीपावली मनाते हुए पटाखे चलाए और मिठाइयां बांटी.
उत्तराखंड के टनल में बीते 12 नवंबर से सात राज्य के 41 मजदूर फंसे थे. इसमें झारखंड के सबसे ज्यादा 15 मजदूर भी अंधेरी गुफा में जिंदगी की जंग लड़ रहे थे. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीम के इस रेस्क्यू ऑपरेशन के 17वें दिन देर शाम तक एक-एक करके सभी 41 मजदूरों को सकुशल सुरंग से बाहर निकाला गया. इसके बाद सभी को प्राथमिक उपचार के लिए फौरन एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल ले जाया गया.
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उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 28, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।
यह अत्यंत…
">उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है।
— Narendra Modi (@narendramodi) November 28, 2023
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टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।
यह अत्यंत…
झारखंड के मजदूर जब तक उस सुरंग में रहे तब तक ईटीवी भारत की टीम प्रदेश के अलग अलग जिलों में रह रहे उनके परिजनों से उनका दर्द साझा किया. इसके साथ ही उन्हें तमाम अपडेट्स की भी जानकारी उनको दी गयी. जिससे टनल में फंसे मजदूरों का हाल जाना. आखिरकार 17 दिन की कड़ी मशक्कत के बाद सभी लोग बाहर निकाले लिए गये हैं. इसके बाद इनके परिवार के चेहरों पर खुशियां भी आ गई हैं. कल तक जो चेहरे खामोश थे आज उन चेहरों पर हंसी है, खुशी है, घर में और लोगों के बीच मिठाइयां बांटी गई हैं.
राज्यपाल सीपी राधाकृष्ण श्रमिकों के हिम्मत की दाद दीः सोशल मीडिया X पर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने पोस्ट करते हुए टनल में फंसे मजदूरों की हिम्मत की प्रशंसा की. उन्होंने लिखा कि झारखंड समेत विभिन्न राज्यों के मज़दूरों को आज उत्तरकाशी के सिलक्यारा में सकुशल टनल से बाहर निकाला गया है. 17 दिनों तक ये लोग टनल में फँसे रहे लेकिन हिम्मत नहीं हारे, आज ये लोग बाहर निकले हैं तो हम सभी के लिए यह राहत और संतोष की बात है.
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झारखंड समेत विभिन्न राज्यों के मज़दूरों को आज उत्तरकाशी के सिलक्यारा में सकुशल टनल से बाहर निकाला गया है । 17 दिनों तक ये लोग टनल में फँसे रहे लेकिन हिम्मत नहीं हारे । आज ये लोग बाहर निकले हैं तो हम सभी के लिए यह राहत और संतोष की बात है।
— CP Radhakrishnan (@CPRGuv) November 28, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
I also heartily congratulate the rescue… pic.twitter.com/jpUk4p0ccc
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सीएम हेमंत सोरेन ने अपने पोस्ट में श्रमिकों के साहस को सराहाः सीएम हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि हमारे 41 वीर श्रमिक उत्तराखण्ड में निर्माणाधीन सुरंग की अनिश्चितता, अंधकार और कपकपाती ठंड को मात देकर आज 17 दिनों के बाद जंग जीतकर बाहर आये हैं. आप सभी की वीरता और साहस को सलाम. जिस दिन यह हादसा हुआ उस दिन दीपावली थी, मगर आपके परिवार के लिए आज दीपावली हुई है. आपके परिवार और समस्त देशवासियों के तटस्थ विश्वास और प्रार्थना को भी मैं नमन करता हूं. इस ऐतिहासिक और साहसिक मुहिम को अंजाम देने में लगी सभी टीमों को हार्दिक धन्यवाद. देश के निर्माण में किसी भी श्रमिक की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. प्रकृति और समय का पहिया बार-बार बता रहा है कि हमारी नियत और नीति में श्रमिक सुरक्षा और कल्याण महत्वपूर्ण भूमिका में रहे.
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जिस दिन यह हादसा हुआ उस दिन दीपावली थी, मगर आपके परिवार के लिए आज दीपावली हुई है। आपके परिवार और समस्त… pic.twitter.com/tflDen49iLहमारे 41 वीर श्रमिक उत्तराखण्ड में निर्माणाधीन सुरंग की अनिश्चितता, अंधकार और कपकपाती ठंड को मात देकर आज 17 दिनों के बाद जंग जीतकर बाहर आये हैं। आप सभी की वीरता और साहस को सलाम।
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बाबूलाल मरांडी ने X पर लिखा पोस्टः बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने एक कविता की दो पंक्तियों के साथ अपना पोस्ट लिखा. खम ठोक ठेलता है जब नर, पर्वत के जाते पांव उखड़, मानव जब जोर लगाता है, पत्थर पानी बन जाता है... विगत 17 दिनों से अथक परिश्रम कर उत्तरकाशी सुरंग में फंसे मजदूरों को पहाड़ चीरकर सकुशल बाहर निकालने का असंभव कार्य पूरा करने वाले बचाव दल के प्रत्येक सदस्यों के पुरुषार्थ को नमन करता हूं.
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खम ठोक ठेलता है जब नर, पर्वत के जाते पांव उखड़,
— Babulal Marandi (@yourBabulal) November 28, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
मानव जब जोर लगाता है, पत्थर पानी बन जाता है...
विगत 17 दिनों से अथक परिश्रम कर उत्तरकाशी सुरंग में फंसे मजदूरों को पहाड़ चीरकर सकुशल बाहर निकालने का असंभव कार्य पूरा करने वाले बचाव दल के प्रत्येक सदस्यों के पुरुषार्थ को नमन करता… pic.twitter.com/SUuo03oKwM
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मानव जब जोर लगाता है, पत्थर पानी बन जाता है...
विगत 17 दिनों से अथक परिश्रम कर उत्तरकाशी सुरंग में फंसे मजदूरों को पहाड़ चीरकर सकुशल बाहर निकालने का असंभव कार्य पूरा करने वाले बचाव दल के प्रत्येक सदस्यों के पुरुषार्थ को नमन करता… pic.twitter.com/SUuo03oKwMखम ठोक ठेलता है जब नर, पर्वत के जाते पांव उखड़,
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मानव जब जोर लगाता है, पत्थर पानी बन जाता है...
विगत 17 दिनों से अथक परिश्रम कर उत्तरकाशी सुरंग में फंसे मजदूरों को पहाड़ चीरकर सकुशल बाहर निकालने का असंभव कार्य पूरा करने वाले बचाव दल के प्रत्येक सदस्यों के पुरुषार्थ को नमन करता… pic.twitter.com/SUuo03oKwM
उत्तराखंड का टनल का हादसा देश के लिए बहुत बड़ा हादसा था और झारखंड के लिए बहुत बड़ी त्रासदी थी. लेकिन इस रेस्क्यू मिशन में लोगों ने मजदूरों को बाहर निकालने में जीत हासिल की है और झारखंड के हर घर में खुशियां आई है. हालांकि सीएम हेमंत सोरेन ने पहले ही अपने अधिकारियों की एक टीम को उत्तराखंड भेज दिया था और जो झारखंड के लोग वहां फंसे थे उनके परिवार के लोग भी वहां मौजूद थे.
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