रांची: झारखंड हज हाउस रांची में हज कमेटी की बैठक मंगलवार को हुई. जिसमें हज हाउस कमेटी के सभी सदस्य और अध्यक्ष के साथ-साथ मंत्री आलमगीर आलम भी मौजूद रहे. इस दौरान हज हाउस कमेटी के अध्यक्ष सह कांग्रेस के विधायक इरफान अंसारी ने बैठक में विभिन्न मुद्दों और समस्याओं पर विचार-विमर्श किया. साथ ही आने वाले दिनों में हज हाउस को कैसे बेहतर बनाया जाए इसको लेकर भी चर्चा की गई.
झारखंड हज हाउस को मान्यता दिलाने का किया प्रयास, पर केंद्र ने नहीं किया सहयोगः इस मौके पर हज कमेटी के अध्यक्ष सह जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि पिछले तीन वर्षों से वह हज कमेटी के अध्यक्ष हैं. उन्हें जो जिम्मेदारी मिली उसे उन्होंने निभाने का प्रयास किया है. विधायक ने कहा कि तीन साल का कार्यकाल भले ही समाप्त होने वाला है, लेकिन आने वाले दिनों में वह हज हाउस के कल्याण के लिए सरकार के समक्ष आवाज उठाते रहेंगे. विधायक इरफान अंसारी ने बैठक में कहा कि अपने 3 सालों के कार्यकाल के दौरान उन्होंने हज हाउस को मान्यता दिलाने की कोशिश की, लेकिन केंद्र में बैठी सरकार उनके आग्रह को नकारती चली गई. जिसका नतीजा यह हुआ कि आज भी देश स्तर की किसी भी बैठक में झारखंड हज कमेटी के सदस्यों या अध्यक्ष को नहीं बुलाया जाता है.
अल्पसंख्यक समाज के छात्रों के लिए कोचिंग की व्यवस्थाः वहीं उन्होंने कहा कि वर्तमान में हज हाउस की उपयोगिता को बढ़ाने के लिए अल्पसंख्यक समाज के छात्रों के लिए कोचिंग की शुरुआत की गई है. इसके लिए वह एक लाइब्रेरी भी बनवाएंगे. जहां आने वाले बच्चों को किताबें मुहैया करायी जाएगी. उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों में राज्य सरकार के समाज कल्याण विभाग से बच्चों के पढ़ाई के लिए हज हाउस को फंडिंग किया जाता है, लेकिन झारखंड में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है. इसके लिए वह समाज कल्याण विभाग से भी बात करेंगे, ताकि आने वाले दिनों में अल्पसंख्यक छात्रों को पढ़ाने के लिए कमेटी को आर्थिक तंगी ना झेलनी पड़े.
हज जाने वाले लोगों के लिए पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया होगी सरलः वहीं उन्होंने राज्य सरकार और बैठक में मौजूद मंत्री आलमगीर आलम से आग्रह करते हुए कहा कि हज जाने वाले यात्रियों को पासपोर्ट बनाने के लिए जिला प्रशासन के कार्यालय में काफी चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. अल्पसंख्यकों को पासपोर्ट बनाने में काफी दिक्कत हो रही है. इसलिए पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया को सरल बनाया जाए, ताकि ज्यादा से ज्यादा हाजियों को झारखंड से मक्का मदीना के लिए भेजा जा सके. बैठक में चर्चा के दौरान कई समस्याएं सामने आईं. जिस पर बैठक में मौजूद मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि आने वाले दिनों में सभी समस्याओं का समाधान निकाला जाएगा. उन्होंने कहा कि पहले क्या हुआ, इस पर हमें ध्यान नहीं देना है, हमें आने वाले दिनों में कैसे बेहतर हो इस पर काम करने की आवश्यकता है.
क्रिकेट ग्राउंड को बना दिया राजनीति का अड्डाः बता दें कि हज कमेटी के तीन साल का कार्यकाल आगामी 29 नंबर को समाप्त हो रहा है. ऐसे में इससे पहले मंगलवार को हुई बैठक काफी अहमीयत रखती है. बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए भारत के वर्ल्ड कप हारने पर भी विधायक इरफान अंसारी ने दुख प्रकट किया. उन्होंने कहा कि क्रिकेट के ग्राउंड को राजनीतिक अड्डा बना दिया गया था. जिस वजह से भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा. अब देखने वाली बात होगी कि बैठक में चर्चा किए गए सभी मुद्दों का समाधान कब तक हो पाता है.