रांचीः हफीजुल हसन बने झारखंड सरकार में 10वें मंत्री. उर्दू में ली पद और गोपनीयता की शपथ. दिवंगत मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के बड़े बेटे हफीजुल हसन आज हेमंत कैबिनेट में 10वें मंत्री के रूप में शपथ ली. इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत तमाम मंत्री मौजूद थे. शपथ ग्रहण समारोह में झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन भी शामिल हुए.
दरअसल, पिछले साल 3 अक्टूबर को रांची के मेदांता अस्पताल में इलाज के दौरान पूर्व मंत्री हाजी हुसैन अंसारी का निधन हो गया था. तब से उनकी जगह किसी को भी मंत्री नहीं बनाया गया था. इस दौरान कई अन्य विधायकों के दावेदारी की चर्चा होती रही लेकिन अंतिम मुहर हफीजुल हसन के नाम पर लगी.
आपको बता दें कि मधुपुर विधानसभा सीट पर 3 अप्रैल से पहले चुनाव संपन्न कराना जरूरी है, क्योंकि इस दिन मधुपुर सीट को खाली हुए 6 माह हो जाएंगे. माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने बहुत सोच समझकर हफीजुल हसन के नाम पर मोहर लगाई है. क्योंकि 2014 के विधानसभा चुनाव में मधुपुर सीट पर भाजपा के राज पलिवार की जीत हुई थी और उन्हें तत्कालीन रघुवर सरकार में मंत्री भी बनाया गया था, लेकिन 2019 में हाजी हुसैन अंसारी ने उन्हें मात दे दी थी. जाहिर सी बात है कि यह सीट झामुमो के लिए बेहद अहम है.
झामुमो का मानना है कि पिता के निधन पर सहानुभूति के साथ-साथ हफीज उल हसन के मंत्री बनने से पार्टी के प्रति जनता का विश्वास बढ़ेगा और उपचुनाव में यह सीट निकालने में मदद मिलेगी. आपको बता दें कि इससे पहले बिना किसी सदन का प्रतिनिधित्व करते हुए शिबू सोरेन को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी, लेकिन बाद में वह तमाड़ उपचुनाव हार गए थे. मधु कोड़ा के कार्यकाल में पूर्व मंत्री भानू प्रताप शाही के जेल जाने पर उनके पिता हेमेंद्र प्रताप देहाती को उनकी जगह मंत्री बनाया गया था.