रांची: झारखंड में हुए विधानसभा चुनाव के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के नेतृत्व में महागठबंधन को मिले बहुमत के बाद अब सबकी निगाहें राज्य में बनने वाली नई सरकार पर है. झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राजद के महागठबंधन को कुल 47 सीटें आई है. जिनमें 30 झामुमो, 16 कांग्रेस और एक राजद के खाते में आई है. वहीं, मंगलवार को शिबू सोरेन ने विधायक दल की बैठक अपने आवास में बुलाई है.
झामुमो सूत्रों पर यकीन करें तो गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के दावेदार सोरेन मंगलवार को गठबंधन के समर्थन पत्र के साथ राजभवन जा सकते है. उसके बाद उन्हें दिल्ली भी जाना है. झामुमो सूत्रों की मानें तो दिल्ली जाकर कांग्रेस और झामुमो के बीच सीट शेयरिंग को लेकर तस्वीर साफ की जाएगी.
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दरअसल 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 41 प्लस विधायकों का है. वहीं, स्टेट कैबिनेट में मुख्यमंत्री समेत अधिकतम 12 सदस्य शामिल हो सकते है. ऐसी स्थिति में झामुमो के अंदरूनी सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री समेत 6 बर्थ झामुमो अपने पास रख सकता है, जबकि स्पीकर समेत पांच मंत्री पद कांग्रेस की डिमांड हो सकती है.
वहीं, एक मंत्री पद में राजद को एकोमोडेट किया जा सकता है हालांकि इन सब को लेकर दिल्ली में सोरेन की कांग्रेस के आला नेताओं के साथ बैठक होगी. जानकारी के अनुसार 27 दिसंबर को मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण कार्यक्रम संभावित है. इसके लिए रांची का मोराबादी मैदान वेन्यू बनाया जाएगा.