रांचीः 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में आयोजित परेड कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले कडेट्स और आर्मी ऑफिसर ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात की. कैडेट्स को राज्यपाल ने सम्मानित किया. इस दौरान राज्यपाल ने एनसीसी विंग की प्रशंसा की है.
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इस मौके पर राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि देशभक्ति की भावना जागृत करना हो तो स्कूलों में एनसीसी को अनिवार्य कर देना चाहिए. एनसीसी से सेवा भाव की भावना जागृत होती हैं, हमारे बच्चों में अनुशासन की भावना प्रबल होती है. राज्यपाल सोमवार को राजभवन में 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में आयोजित परेड कार्यक्रम में भाग लेने वाले कैडेट्स को संबोधित कर रहे थे. राज्यपाल ने कहा कि राज्य के लिए गौरव व प्रसन्नता का विषय है कि 26 जनवरी 2022 को परेड में 20 कैडेट्स ने भाग लेकर अपना एवं अपने प्रदेश का नाम रोशन किया है.
उन्होंने कहा कि मैं भी एनसीसी का कैडेट्स रहा हूं, मेरा परिवार सेना से जुड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि 26 जनवरी, 2022 के परेड के बाद राज्य से भाग लेने वाले कैडेट्स से मिलना चाहते थे एवं कार्यक्रम करना चाहते थे लेकिन सूचना मिली कि सभी कैडेट्स घर वापस नहीं लौटे हैं. उन्होंने कैडेट्स से अपनी मातृभाषा व राष्ट्रभाषा का सदा सम्मान व प्रेम करने को कहा है. राज्यपाल ने कहा कि जब विदेशों में हम प्रतिनिधिमंडल में जाते हैं तो दोनों देश के सदस्य अपनी-अपनी भाषा बोलते हैं.
राज्यपाल ने कहा कि हमारे यहां कुछ ऐसी प्रवृत्ति भी हैं कि ट्रैफिक सिग्नल तोड़ने, रेलवे क्रॉसिंग में फाटक बंद होने पर झुक कर पार होने पर बहादुरी समझते हैं, जो कि गलत है. ऐसा करने पर अभिभावकों को समझाना चाहिए. इस अवसर पर एनसीसी के अधिकारियों ने राज्य में एनसीसी की गतिविधियों और कैडेट्स के चयन प्रक्रिया के सदर्भ में अवगत कराया. कैडेट्स द्वारा भी एनसीसी से जुडने के बाद जीवनशैली में आS परिवर्तन के संदर्भ में अपने अनुभव राज्यपाल को बताया.
राज्यपाल द्वारा किया गया सम्मानितः राज्यपाल ने गणतंत्र दिवस समारोह, 2022 के अवसर पर मोरहाबादी में आयोजित झांकी, परेड एवं बैंड में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले को सम्मानित किया. राज्यपाल द्वारा झांकी में वन एवं पर्यावरण विभाग को प्रथम, सूचना एवं जन-संपर्क विभाग को द्वितीय, ग्रामीण विकास विभाग को तृतीय पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया. परेड में सेना को प्रथम, सीआईएसएफ को द्वितीय, जैप-1 को तृतीय पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया. बैंड में सेना बैंड को प्रथम, जैप-1 को द्वितीय, जैप-10 को तृतीय पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया.