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झारखंड के हर प्रमंडल में बनेंगे गो-मुक्ति धाम, बजट 2021-22 में पशुपालन सेक्टर की अन्य बातें

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Published : Mar 3, 2021, 10:13 PM IST

Updated : Mar 3, 2021, 10:33 PM IST

झारखंड सरकार हर प्रमंडल में एक-एक मुक्तिधाम स्थापित करेगी. ताकि गोवंशीय पशु की मौत के बाद उसका नियमानुसार निष्पादन कराया जा सके. प्रदेश के बजट 2021-22 में इसके प्रशासनिक कार्यालय के लिए झारखंड सरकार ने 40 लाख रुपये की व्यवस्था की है.

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हर प्रमंडल में बनेंगे गो-मुक्ति धाम

रांचीः झारखंड सरकार हर प्रमंडल में एक-एक मुक्तिधाम स्थापित करेगी. ताकि गोवंशीय पशु की मौत के बाद उसका नियमानुसार निष्पादन कराया जा सके. प्रदेश के बजट 2021-22 में इसके प्रशासनिक कार्यालय के लिए झारखंड सरकार ने 40 लाख रुपये की व्यवस्था की है.

ये भी पढ़ें-117 नई एंबुलेंस से स्वास्थ्य सेवा को मिलेगी ताकत, जानें स्वास्थ्य के लिए बजट की खास बातें

बजट में पशुपालन सेक्टर की महत्वपूर्ण बातें

  • चतरा में बकरा विकास के लिए go estate का विकास कराया जाएगा, इस योजना का मकसद बकरे के मांस और दूध का उत्पादन बढ़ाना है.
  • खूंटी में चूजा प्रजनन केंद्र की स्थापना की जाएगी. इससे मुर्गी पालकों को कम कीमत पर चूजे उपलब्ध कराए जाएंगे.
  • जोड़ा बैल वितरण योजना के तहत गोपालकों द्वारा प्राप्त नर बाछाओं को बैल के रूप में तैयार किया जाएगा. इसके बाद इसे सुदूर क्षेत्रों के किसानों को बांटा जाएगा. इससे किसानों को खेती कार्य में सहयोग मिलेगा.
  • इसके अलावा प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए बजट की व्यवस्था की गई है.

रांचीः झारखंड सरकार हर प्रमंडल में एक-एक मुक्तिधाम स्थापित करेगी. ताकि गोवंशीय पशु की मौत के बाद उसका नियमानुसार निष्पादन कराया जा सके. प्रदेश के बजट 2021-22 में इसके प्रशासनिक कार्यालय के लिए झारखंड सरकार ने 40 लाख रुपये की व्यवस्था की है.

ये भी पढ़ें-117 नई एंबुलेंस से स्वास्थ्य सेवा को मिलेगी ताकत, जानें स्वास्थ्य के लिए बजट की खास बातें

बजट में पशुपालन सेक्टर की महत्वपूर्ण बातें

  • चतरा में बकरा विकास के लिए go estate का विकास कराया जाएगा, इस योजना का मकसद बकरे के मांस और दूध का उत्पादन बढ़ाना है.
  • खूंटी में चूजा प्रजनन केंद्र की स्थापना की जाएगी. इससे मुर्गी पालकों को कम कीमत पर चूजे उपलब्ध कराए जाएंगे.
  • जोड़ा बैल वितरण योजना के तहत गोपालकों द्वारा प्राप्त नर बाछाओं को बैल के रूप में तैयार किया जाएगा. इसके बाद इसे सुदूर क्षेत्रों के किसानों को बांटा जाएगा. इससे किसानों को खेती कार्य में सहयोग मिलेगा.
  • इसके अलावा प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए बजट की व्यवस्था की गई है.
Last Updated : Mar 3, 2021, 10:33 PM IST
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