पटना (मसौढ़ी): शारदीय नवरात्र 2022 (Sharadiya Navratri 2022) का आज अंतिम दिन है. राजधानी पटना से तकरीबन 40 किलोमीटर दूर मसौढ़ी के शाहाबाद पंचायत में एक ऐसा गांव है, जहां नवरात्र के नवमी तिथि को भूतों का जमघट लगता है. इसे आस्था कहें या अंधविश्वास, इस दिन सैकड़ों ओझा तंत्र-मंत्र, साधना सिद्ध करने वाले लोग यहां पहुंचते हैं.
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मसौढ़ी में भूतों का मेला: शारदीय नवरात्रि के नौवें दिन मां शक्ति के नौवें स्वरूप की पूजा की जा रही है. एक तरफ जहां पूजा पंडालों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी हुई है. वहीं मसौढ़ी में एक ऐसा गांव हैं, जहां पर नवमी के दिन भूतों का जमघट लगता है, सैकड़ों की संख्या में तंत्र मंत्र साधना शक्ति करने वाले लोग का यहां पर जमघट लगता है. शाहाबाद गांव में ब्रह्मस्थान एक जगह है, जहां पर नवरात्रि के नवमी के दिन काफी खास माना जाता है.
कई रोगों का किया जाता है इलाज: तंत्र-मंत्र, शक्ति साधना करने वाले लोग यहां पहुंचते हैं और अपने सिद्धि प्राप्त करते हैं. इसके अलावा वैसे लोग जिन्हें शरीर में किसी तरह का कोई समस्या हो, शारीरिक कष्ट हो, उन सभी के भी समस्याओं का यहां पर समाधान किया जाता है. कई ओझा गुनी यहां पर भूत उतारने आते हैं. कहा जाता है कि जिन किसी को किसी तरह का समस्या हो, भूतों के मामले में, उनका निदान यहां पर किया जाता है.
इस गांव में लगता है भूतों का जमघट: आज के वैज्ञानिक युग में भले ही लोग चांद पर चले गये हों लेकिन गांव में आज भी यह अंधविश्वास चल रहा है. शारीरिक कष्ट उतारने हो या किसी भी तरह का कोई समस्या हो, लोग मसौढ़ी के इस गांव में आते हैं. बताया जा रहा है कि मसौढ़ी के ब्रह्मस्थान में पिछले 30 साल से भूत उतारा जाता है. लोगों का मानना है कि यहां पर भूतों का जमघट लगता है.