रांचीः झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ की आमसभा रांची विश्वविद्यालय के आर्यभट सभागार में(General Assembly of JASA) हुई. पहले सत्र में JPSC 3rd बैच की अधिकारी वंदना ने कहा कि महिलाओं की समस्या औरों से ज्यादा है. उन्होंने कहा कि जब भारतीय प्रशासनिक सेवा में चाइल्ड केयर लीव लागू है तो झारखंड प्रशासनिक सेवा में भी CCL लागू होना चाहिए, क्योंकि महिलाओं को घर और ऑफिस दोनों की जिम्मेवारियां निभाती होती है.
प्रमोशन के छह महीने बाद भी पद के अनुरूप पदस्थापन नहीं हुआ है इस पर ध्यान देने की जरूरत है. वहीं झासा अधिकारी गोपी उरांव ने कहा कि जब तक JPSC के वरिष्ठ अधिकारी अपने डीसी का बड़ा बाबू बनना नहीं छोड़ेंगे तब तक राज्य में झारखंड प्रशासनिक अधिकारी प्रताड़ित होते रहेंगे. उन्होंने कहा कि ज्यादातर झारखंड प्रशासनिक पदाधिकारियों को खटारा गाड़ियां दी हुई हैं. जबकि डीसी साहब की गाड़ियां थोड़ा सा धुआं दे दे तो तुरंत गाड़ियां बदल जाती है. सीनियर अपने जूनियर को सताना छोड़ दें.
अधिकारी प्रवीण कुमार ने समयबद्ध प्रमोशन, गाड़ियों की समस्या, डिप्टी कलेक्टर को बॉडीगार्ड, मातृत्व अवकाश के समय किसी भी हाल में वेतन रोकने की स्थिति बंद करने, कैशलेस स्वास्थ्य बीमा सहित कई मांगों को सरकार के समक्ष रखने की मांग नई कार्यकारिणी द्वारा गंभीरता से उठने का आग्रह वक्ताओं ने कहा. आठ वर्ष बाद हो रही झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ की आम सभा में संघ की नई कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा.