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IIT दिल्ली में एडमिशन के नाम पर 8.50 लाख की ठगी, आरोपी गिरफ्तार

दिल्ली आईआईटी में दाखिला के नाम पर रांची के कारोबारी से 8.50 लाख की ठगी करने वाले दो ठगों को रांची पुलिस ने धर दबोचा है. ज्यादा लालच की वजह से दोनों गिरफ्तार हुए.

आईआईटी में दाखिला के नाम पर ठगी
Fraud of 8.50 lakh in ranchi
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Published : Feb 28, 2020, 7:29 AM IST

रांची: दिल्ली आईआईटी में दाखिला के नाम पर रांची के कारोबारी से 8.50 लाख की ठगी करने वाले दो ठगों को लालपुर पुलिस ने धर दबोचा है. दोनों को लालपुर थाने के पास स्थित बंधन बैंक से उस समय गिरफ्तार किया गया, जब दोनों ढाई लाख रुपए दोबारा पीड़ित से लेने पहुंचे थे.

देखें पूरी खबर

8.50 लाख की ठगी

लालपुर थाना प्रभारी अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि रांची के दीपाटोली के रहने वाले व्यवसायी दिलीप कुमार की बेटी का दाखिला आईआईटी दिल्ली के एमबीए विभाग में कराने का झांसा देकर दिल्ली निवासी हरिश्चंद्र गिरी और रांची केबीआईटी के पास रहने वाले राजकिशोर मेहता ने 8.50 लाख की ठगी कर ली थी. 2019 में व्यवसायी दिलीप का परिचय राज किशोर महतो से हुई थी.

ये भी पढ़ें-सर्वदलीय बैठक से BJP ने बनाई दूरी, कांग्रेस ने कहा- सदन की गरिमा को किया तार-तार

9 लाख में दाखिला

उसी दौरान राज किशोर खुद को दिल्ली के किसी कॉलेज का प्रोफेसर बताते हुए कहा था कि उसकी एमबीए की पढ़ाई दिल्ली आईआईटी से पूरी हुई है और व्यवसायी को उसने बेटी का दाखिला दिल्ली कराने की बात कही. इसके लिए उसने एक व्यक्ति को अपना सीनियर बताकर हरचंद तिवारी से बात कराया था. बातचीत के क्रम में हरिश्चंद्र गिरी ने 9 लाख में दाखिला कराने की बात कही. उसके झांसे में आकर सात अलग-अलग ट्रांजैक्शन के जरिए 8.50 लाख रुपये व्यवसायी ने हरिश्चंद्र के खाते में जमा करवा दिए.

ढाई लाख की अतिरिक्त मांग

व्यवसायी 8.50 लाख रुपये जमा करने के बाद अपनी बेटी के एडमिशन के लिए दिल्ली आईआईटी पहुंचे और हरिशचंद से बातचीत की. इस पर हरिश्चन्द्र ने कहा कि दाखिला हो गया है और जल्द ही सभी रसीद भी मिल जाएगी, लेकिन जब दिलीप कॉलेज के कार्यालय में जाकर कॉलेज स्टाफ से मिले तो उन्हें पता चला कि उसके बेटी का दाखिला हुआ ही नहीं है. मामले को लेकर जब उन्होंने हरिश्चंद्र और राजकुमार को फोन किया तो उन्होंने पहले तो इधर-उधर की बातें की और फिर अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया. जब वह फोन पर दोबारा ठगों से संपर्क किए तो और ढाई लाख की मांग की गई.

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व्यवसायी ने दिखाई चालाकी

इसके बाद व्यवसायी ने चालाकी दिखाते हुए मामले की जानकारी पुलिस को दी और पैसे के लिए दोनों को बुलाया. ढाई लाख रुपए लेने के लिए हरिश्चंद्र और राजकुमार दिल्ली से रांची पहुंच गए. थानेदार ने व्यवसायी को बताया कि वे दोनों को लालपुर थाने के ठीक सामने बंधन बैंक में पैसे देने के लिए बुलाए. जैसे दोनों पैसे लेने बंधन बैंक के पास पहुंचे वहां सादी वर्दी में तैनात पुलिस की टीम ने धर दबोचा.

रांची: दिल्ली आईआईटी में दाखिला के नाम पर रांची के कारोबारी से 8.50 लाख की ठगी करने वाले दो ठगों को लालपुर पुलिस ने धर दबोचा है. दोनों को लालपुर थाने के पास स्थित बंधन बैंक से उस समय गिरफ्तार किया गया, जब दोनों ढाई लाख रुपए दोबारा पीड़ित से लेने पहुंचे थे.

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8.50 लाख की ठगी

लालपुर थाना प्रभारी अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि रांची के दीपाटोली के रहने वाले व्यवसायी दिलीप कुमार की बेटी का दाखिला आईआईटी दिल्ली के एमबीए विभाग में कराने का झांसा देकर दिल्ली निवासी हरिश्चंद्र गिरी और रांची केबीआईटी के पास रहने वाले राजकिशोर मेहता ने 8.50 लाख की ठगी कर ली थी. 2019 में व्यवसायी दिलीप का परिचय राज किशोर महतो से हुई थी.

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9 लाख में दाखिला

उसी दौरान राज किशोर खुद को दिल्ली के किसी कॉलेज का प्रोफेसर बताते हुए कहा था कि उसकी एमबीए की पढ़ाई दिल्ली आईआईटी से पूरी हुई है और व्यवसायी को उसने बेटी का दाखिला दिल्ली कराने की बात कही. इसके लिए उसने एक व्यक्ति को अपना सीनियर बताकर हरचंद तिवारी से बात कराया था. बातचीत के क्रम में हरिश्चंद्र गिरी ने 9 लाख में दाखिला कराने की बात कही. उसके झांसे में आकर सात अलग-अलग ट्रांजैक्शन के जरिए 8.50 लाख रुपये व्यवसायी ने हरिश्चंद्र के खाते में जमा करवा दिए.

ढाई लाख की अतिरिक्त मांग

व्यवसायी 8.50 लाख रुपये जमा करने के बाद अपनी बेटी के एडमिशन के लिए दिल्ली आईआईटी पहुंचे और हरिशचंद से बातचीत की. इस पर हरिश्चन्द्र ने कहा कि दाखिला हो गया है और जल्द ही सभी रसीद भी मिल जाएगी, लेकिन जब दिलीप कॉलेज के कार्यालय में जाकर कॉलेज स्टाफ से मिले तो उन्हें पता चला कि उसके बेटी का दाखिला हुआ ही नहीं है. मामले को लेकर जब उन्होंने हरिश्चंद्र और राजकुमार को फोन किया तो उन्होंने पहले तो इधर-उधर की बातें की और फिर अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया. जब वह फोन पर दोबारा ठगों से संपर्क किए तो और ढाई लाख की मांग की गई.

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व्यवसायी ने दिखाई चालाकी

इसके बाद व्यवसायी ने चालाकी दिखाते हुए मामले की जानकारी पुलिस को दी और पैसे के लिए दोनों को बुलाया. ढाई लाख रुपए लेने के लिए हरिश्चंद्र और राजकुमार दिल्ली से रांची पहुंच गए. थानेदार ने व्यवसायी को बताया कि वे दोनों को लालपुर थाने के ठीक सामने बंधन बैंक में पैसे देने के लिए बुलाए. जैसे दोनों पैसे लेने बंधन बैंक के पास पहुंचे वहां सादी वर्दी में तैनात पुलिस की टीम ने धर दबोचा.

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