ETV Bharat / state

आरयू के पूर्व कुलपति एल एन भगत का निधन, 'विवि आपके द्वार कार्यक्रम' के थे जनक

रांची विश्वविद्यालय के कुलपति रहे एलएन भगत का हृदयाघात से निधन हो गया है. उनके निधन पर पूरा विश्वविद्यालय परिवार शोकाकुल है. उन्होंने एक शिक्षाविद के रूप में काम करते हुए विश्वविद्यालय को एक नई दिशा दी थी.

एल एन भगत
एल एन भगत
author img

By

Published : Apr 16, 2021, 2:54 AM IST

रांचीः वर्ष 2012 से 2015 जनवरी माह तक रांची विश्वविद्यालय के कुलपति रहे एलएन भगत का हृदयाघात से निधन हो गया. उनके निधन से शिक्षा जगत को अपूरणीय क्षति हुई है. आरयू के कुलपति समेत पदाधिकारियों ने शोक व्यक्त किया है.

यह भी पढ़ेंः IIT के प्रोफेसर समेत 7 लोग कोरोना संक्रमित, 18 तक संस्थान बंद रखने का फैसला

1974 की बीपीएससी परीक्षा में 24 वीं रैंक पाने वाले रांची विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ एलएन भगत चाहते तो अपनी पूरी जिंदगी प्रशासनिक अधिकारी के रूप में काम कर सकते थे, लेकिन उन्होंने एक शिक्षाविद के रूप में काम करते हुए विश्वविद्यालय को एक नई दिशा दी थी.

इनके योगदान देने के बाद कई कार्यक्रम विश्वविद्यालय में शुरू किए गए थे. इसमें विश्वविद्यालय आपके द्वार कार्यक्रम काफी चर्चित रहा था. पीजी डिपार्टमेंट में एमफिल की पढ़ाई इन्होंने ही शुरू करवाई थी. आरयू में पीएचडी टेस्ट बंद करने की घोषणा भी इन्होंने की थी.

डॉक्टर एलएन भगत ने योगदान के साथ ही सीनेट की बैठक की घोषणा भी की थी और 5 साल बाद बैठक कराने में वे सफल भी रहे थे. उनके निधन पर रांची विश्वविद्यालय की कुलपति कामिनी कुमार समेत पूरा विश्वविद्यालय परिवार शोकाकुल है. लोगों ने शोक व्यक्त किया है. वहीं विद्यार्थियों ने कहा है कि प्रो एलएन भगत का निधन शिक्षा जगत के लिए अपूरणीय क्षति है.

रांचीः वर्ष 2012 से 2015 जनवरी माह तक रांची विश्वविद्यालय के कुलपति रहे एलएन भगत का हृदयाघात से निधन हो गया. उनके निधन से शिक्षा जगत को अपूरणीय क्षति हुई है. आरयू के कुलपति समेत पदाधिकारियों ने शोक व्यक्त किया है.

यह भी पढ़ेंः IIT के प्रोफेसर समेत 7 लोग कोरोना संक्रमित, 18 तक संस्थान बंद रखने का फैसला

1974 की बीपीएससी परीक्षा में 24 वीं रैंक पाने वाले रांची विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ एलएन भगत चाहते तो अपनी पूरी जिंदगी प्रशासनिक अधिकारी के रूप में काम कर सकते थे, लेकिन उन्होंने एक शिक्षाविद के रूप में काम करते हुए विश्वविद्यालय को एक नई दिशा दी थी.

इनके योगदान देने के बाद कई कार्यक्रम विश्वविद्यालय में शुरू किए गए थे. इसमें विश्वविद्यालय आपके द्वार कार्यक्रम काफी चर्चित रहा था. पीजी डिपार्टमेंट में एमफिल की पढ़ाई इन्होंने ही शुरू करवाई थी. आरयू में पीएचडी टेस्ट बंद करने की घोषणा भी इन्होंने की थी.

डॉक्टर एलएन भगत ने योगदान के साथ ही सीनेट की बैठक की घोषणा भी की थी और 5 साल बाद बैठक कराने में वे सफल भी रहे थे. उनके निधन पर रांची विश्वविद्यालय की कुलपति कामिनी कुमार समेत पूरा विश्वविद्यालय परिवार शोकाकुल है. लोगों ने शोक व्यक्त किया है. वहीं विद्यार्थियों ने कहा है कि प्रो एलएन भगत का निधन शिक्षा जगत के लिए अपूरणीय क्षति है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.