रांचीः दामोदर और स्वर्णरेखा नदियों को प्रदूषण मुक्त कराने के लिए रविवार को जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय के नेतृत्व में स्वर्णरेखा नदी प्रदूषण समीक्षा अभियान की शुरुआत की गई. इस अभियान की शुरुआत नदी के उद्गम स्थल नगड़ी स्थित रानीचुआं से की गई. नदी पूजन में अभियान दल के सदस्य सहित नगड़ी के स्थानीय लोग भी शामिल थे.
विधायक सरयू राय ने मांग की कि रानीचुआं जहां से स्वर्णरेखा नदी निकलती है उस स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए. उन्होंने कहा कि इस स्थान का सौन्दर्यीकरण कराने की आवश्यकता है, इस स्थान पर पौधरोपण भी किया जाना चाहिए. सरयू राय ने कहा कि इस उद्गम स्थल से धुर्वा डैम में पानी जाता है, जिससे रांची की प्यास बुझती है.
रांची सहित जमशेदपुर में औद्योगिक एवं नगरीय प्रदूषण की समस्या काफी गंभीर होते जाने पर चिंता जताते हुए सरयू राय ने कहा कि प्रतिष्ठान अपने अपशिष्ट का समुचित निस्तारण किए बगैर सीधे नदी में बहा देते हैं, वहीं शहरी घरों के सीवरेज बिना परिशोधन के नालों के माध्यम से नदी में प्रवाहित हो रहे हैं, जिससे नदी का जल अत्यधिक प्रदूषित हो गया है. राइस मिलों की इसमें सबसे अधिक भूमिका है.
अभियान दल के सदस्यों ने उद्गम स्थल से लगे स्वर्णरेखा नदी के किनारे-किनारे लगभग 3 किलोमीटर पैदल चलकर नदी का निरीक्षण भी किया. इस दौरान युगांतर भारती के कार्यकारी अध्यक्ष अंशुल शरण ने बताया कि कल (23 मई) को 9.30 बजे पूर्वाह्न से केतारी बगान, चुटिया, नामकुम पुल, टाटीसिल्वे, गेतलसूद होते हुए मूरी एवं अन्य जगहों पर भ्रमण, निरीक्षण और नमूना संग्रहण का कार्यक्रम होगा.