धनबाद: कोयलांचल में इंटर की छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. रविवार को छात्राओं और भाजपा नेताओं पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में बीजेपी की ओर से चार सदस्यीय टीम रांची से धनबाद पहुंची. इस टीम ने हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इस लाठीचार्ज को बीजेपी की साजिश बताए जाने पर सीपी सिंह ने कहा कि दो लोगों के बयान का कोई मतलब नहीं है एक दिल्ली वाले पप्पू का और दूसरा झारखंड वाले पप्पू का.
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इससे पहले धनबाद में छात्राओं पर किए गए लाठीचार्ज की घटना और 12वीं परिणाम में असफल विद्यार्थियों द्वारा किए गए आंदोलन को प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष विधायक इरफान अंसारी ने भाजपा की साजिश बताया था. उन्होंने कहा था कि सरकार को बदनाम करने के लिए बीजेपी इस तरह की हरकत करवा रही है. इरफान अंसारी ने कहा था कि जो प्रदर्शन कर रहे थे, वह छात्र छात्रा नहीं थे बल्कि भाजपा के समर्थक कार्यकर्ता थे. सीपी सिंह ने इरफान अंसारी बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि उनकी बातों की कोई अहमियत नहीं है.
एसडीएम पर कार्रवाई की मांग
बीजेपी नेता सीपी सिंह ने कहा कि लाठीचार्च कराने वाले एसडीएम सुरेंद्र कुमार पर पहले से ही भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे हैं. इस भ्रष्टाचारी एसडीएम को तत्काल हटाया जाए और उनकी संपत्ति की जांच कराई जाए. उन्होंने कहा कि इस लाठीचार्च की घटना में जो भी पदाधिकारी दोषी है, उनपर कार्रवाई की जाए.
न्याय का दिलाया भरोसा
पूर्व मंत्री सीपी सिंह, पूर्व मंत्री अमर बाउरी और अन्य दो नेताओं के साथ-साथ विधायक अपर्णा सेनगुप्ता, विधायक ढुल्लू महतो, विधायक राज्य सिन्हा नेता घायल छात्राओं और भाजपा नेताओं से मिलने एएनएमएमसीएच पहुंचे और हालचाल जाना. इस दौरान उन्होंने छात्राओं को न्याय का भरोसा दिलाया.
मानसून सत्र में उठाया जाएगा सवाल
सीपी सिंह ने कहा कि पूरे प्रदेश में विधि व्यवस्था चरमरा गई है. झारखंड सरकार विधि व्यवस्था को सुधार नहीं पा रही है. उन्होंने कहा कि खासकर धनबाद में विधि व्यवस्था की जो स्थिति है, वह काफी गंभीर है. इस मामले को विधानसभा के मानसून सत्र में उठाया जाएगा.
धनबाद पुलिस की हो रही किरकिरी
बीजेपी नेता सीपी सिंह ने कहा कि जज मौत मामले में झारखंड हाई कोर्ट के साथ-साथ सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया. अब छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज मामले में भी राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने स्वतः संज्ञान लिया है. उन्होंने कहा कि इन दोनों घटनाओं से धनबाद पुलिस की किरकिरी शुरू हो गई है. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार को अपने पुलिस पर ही भरोसा नहीं था, जिससे आनन-फानन में केस सीबीआई को सौंप दिया. सीबीआई को केस सौंपे जाने का स्वागत करते हुए कहा कि शीघ्र सच्चाई सामने आ जाएगी.