रांचीः झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल तेज हो गई है. एक तरफ जहां सभी पार्टियां चुनाव की तैयारी में लगी हुई हैं, तो वहीं दूसरी तरफ जेल में बंद बंधु तिर्की भी खुद को मांडर विधानसभा का दावेदार बता रहे हैं.
आय से अधिक संपत्ति मामले में हाजिरी लगाने कोर्ट पहुंचे पूर्व मंत्री बंधु तिर्की ने मांडर से अपनी दावेदारी पेश की है. उन्होंने एकबार फिर महागठबंधन की वकालत की है. मांडर विधानसभा चुनाव लड़ने को लेकर बंधु तिर्की ने बिगड़े स्वर में कहा कि अगर हम योद्धा चुनाव नहीं लड़ेंगे तो क्या रघुवर दास के चाचा चुनाव लड़ेंगे.
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वहीं, एक तरफ जहां जेवीएम के शीर्ष नेता बाबूलाल मरांडी को झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ पूर्व मंत्री बंधु तिर्की ने नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन के नाम पर मोहर लगा दी है. बंधु तिर्की का कहना है कि नेतृत्व पर किसी को कोई आपत्ति नहीं है. उन्होंने कहा कि झारखंड के अब तक जो हालात हैं उसमें सीट बंटवारे को लेकर स्थिति साफ नहीं हो पा रही है. सत्ता परिवर्तन करने के लिए सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट होना होगा और सबको अपने ईगो को छोड़ने की जरूरत है. अगर शंकर भगवान की तरह विष भी पीना पड़े तो किसी को परहेज नहीं करना चाहिए. वहीं, महागठबंधन पर बोलते हुए बंधु तिर्की ने यह भी कहा कि विपरीत परिस्थिति आएगी तो सभी सीटों पर पार्टी चुनाव लड़ने से पीछे नहीं हटेगी.