रांची: मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी के विशेष न्यायाधीश एसके पांडे की अदालत में पूर्व स्वास्थ्य सचिव डॉ प्रदीप कुमार समेत छह लोगों के खिलाफ आरोप तय हुआ है. आरोपी डॉक्टर प्रदीप कुमार और उनके छोटे भाई राजेंद्र कुमार, सीए नरेश केजरीवाल और करीबी धर्मेंद्र कुमार धीरज, श्यामल चक्रवर्ती आदि मौजूद रहे.
अदालत ने आरोपियों के खिलाफ लगे आरोपों को पढ़कर सुनाया, जिसके बाद आरोपियों ने अपने ऊपर लगे आरोप से इनकार किया. अदालत ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की धाराओं के तहत आरोप तय किया. इस मामले में अभियोजन पक्ष को गवाह पेश करने का भी निर्देश दिया गया है. मामले की अगली सुनवाई 18 दिसंबर को निर्धारित की गई है.
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आपको बता दें कि यह मामला वित्तीय वर्ष 2006-2010 से जुड़ा हुआ है, जिसमें विभिन्न योजनाओं के तहत लगभग 1 करोड़ 76 लाख रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग हुई थी. दवा घोटाला मामले में पहले ही सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर ईडी ने भी 2012 में प्राथमिकी दर्ज की थी. इसमें झारखंड सरकार के पूर्व स्वास्थ्य सचिव डॉक्टर प्रदीप कुमार पर अपनी नाजायज कंपनी को जायज करार देने के लिए मनी लॉन्ड्रिंग का सहारा लेने का आरोप लगाया गया था. जांच के बाद ईडी ने प्रदीप कुमार पर मनी लॉन्ड्रिंग के सहारे अपने और भाई राजेंद्र प्रसाद के नाम पर संपत्ति खरीदने से संबंधित साक्ष्य जुटाया था.