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JVM की नई कार्यसमिति का गठन, बंधु तिर्की और प्रदीप यादव को नहीं मिली कोई जिम्मेदारी

झारखंड विकास मोर्चा ने नई कार्यकारिणी का शुक्रवार को गठन कर दिया. बाबूलाल मरांडी को एक बार फिर केंद्रीय अध्यक्ष चुना गया है. इसमें प्रदीप यादव और बंधु तिर्की को कोई भी बड़ा पद नहीं दिया गया है.

JVM की नई कार्यसमिति का गठन, बंधु तिर्की और प्रदीप यादव को नहीं मिली जगह
प्रेस वार्ता करते अभय सिंह
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Published : Jan 17, 2020, 7:53 PM IST

रांचीः झारखंड विकास मोर्चा ने नई कार्यकारिणी का शुक्रवार को गठन कर दिया. इस कार्यसमिति केंद्रीय अध्यक्ष एक बार फिर बाबूलाल मरांडी को चुना गया है. पार्टी की नई कार्यकारिणी में 151 सदस्यों को जगह दी गई है. अभय सिंह को पार्टी का प्रधान महासचिव बनाया गया है.

देखें पूरी खबर

विनोद शर्मा, रामचंद्र केसरी, आश्रिता कुजूर, राम दुबे सहित 10 लोगों को पार्टी की नई कार्यकारिणी के तहत केंद्रीय उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया है. इसके अलावा संजय टोप्पो को केंद्रीय कोषाध्यक्ष मनोनीत किया गया है.

और पढ़ें- बिना ट्रेनिंग दिए NDRF की टीम लौटी वापस, हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल देने आई थी ट्रेनिंग

भाजपा में विलय होने की अटकलें तेज

खास बात है कि नई कार्यकारिणी में प्रदीप यादव और बंधु तिर्की को कोई बड़ा पद नहीं दिया गया है. दोनों को सिर्फ सदस्य बनाया गया है. जबकि पूर्व में पार्टी के प्रधान महासचिव के रूप में प्रदीप यादव हुआ करते थे. इसको लेकर जब पत्रकारों ने पार्टी के नए प्रधान सचिव अभय सिंह से सवाल पूछा तो इस पर कुछ भी बोलने से बचते नजर आए. पिछले कुछ दिनों से झारखंड विकास मोर्चा के भारतीय जनता पार्टी में विलय की चर्चा से जुड़े सवाल पर भी पार्टी के नए प्रधान महासचिव अभय सिंह कुछ भी कहने से बचते नजर आए. लेकिन राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि जिस प्रकार से विलय को लेकर प्रदीप यादव और बंधु तिर्की ने विरोध किया था. ऐसे में पार्टी के दोनों वरिष्ठ नेताओं का मात्र कार्यसमिति का सदस्य बनना निश्चित रूप से जेवीएम के बीजेपी में विलय होने की बातों को मजबूत करता है.

रांचीः झारखंड विकास मोर्चा ने नई कार्यकारिणी का शुक्रवार को गठन कर दिया. इस कार्यसमिति केंद्रीय अध्यक्ष एक बार फिर बाबूलाल मरांडी को चुना गया है. पार्टी की नई कार्यकारिणी में 151 सदस्यों को जगह दी गई है. अभय सिंह को पार्टी का प्रधान महासचिव बनाया गया है.

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विनोद शर्मा, रामचंद्र केसरी, आश्रिता कुजूर, राम दुबे सहित 10 लोगों को पार्टी की नई कार्यकारिणी के तहत केंद्रीय उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया है. इसके अलावा संजय टोप्पो को केंद्रीय कोषाध्यक्ष मनोनीत किया गया है.

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भाजपा में विलय होने की अटकलें तेज

खास बात है कि नई कार्यकारिणी में प्रदीप यादव और बंधु तिर्की को कोई बड़ा पद नहीं दिया गया है. दोनों को सिर्फ सदस्य बनाया गया है. जबकि पूर्व में पार्टी के प्रधान महासचिव के रूप में प्रदीप यादव हुआ करते थे. इसको लेकर जब पत्रकारों ने पार्टी के नए प्रधान सचिव अभय सिंह से सवाल पूछा तो इस पर कुछ भी बोलने से बचते नजर आए. पिछले कुछ दिनों से झारखंड विकास मोर्चा के भारतीय जनता पार्टी में विलय की चर्चा से जुड़े सवाल पर भी पार्टी के नए प्रधान महासचिव अभय सिंह कुछ भी कहने से बचते नजर आए. लेकिन राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि जिस प्रकार से विलय को लेकर प्रदीप यादव और बंधु तिर्की ने विरोध किया था. ऐसे में पार्टी के दोनों वरिष्ठ नेताओं का मात्र कार्यसमिति का सदस्य बनना निश्चित रूप से जेवीएम के बीजेपी में विलय होने की बातों को मजबूत करता है.

Intro:रांची

झारखंड विकास मोर्चा ने नई कार्यकारिणी का शुक्रवार को गठन कर दिया . बाबूलाल मरांडी को एक बार फिर केंद्रीय अध्यक्ष चुना गया है.

पार्टी की नई कार्यकारिणी में 151 सदस्यों को जगह दी गई है. अभय सिंह को पार्टी का प्रधान महासचिव बनाया गया है।

विनोद शर्मा, रामचंद्र केसरी, आश्रिता कुजूर,राम दुबे सहित 10 लोगों को पार्टी की नई कार्यकारिणी के तहत केंद्रीय उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया है इसके अलावा संजय टोप्पो को केंद्रीय कोषाध्यक्ष मनोनीत किया गया है।


Body:खास बात है कि नई कार्यकारिणी में प्रदीप यादव और बंधु तिर्की को कोई बड़ा पद नहीं दिया गया है दोनों को सिर्फ सदस्य बनाया गया है जबकि पूर्व में पार्टी के प्रधान महासचिव के रूप में प्रदीप यादव हुआ करते थे इसको लेकर जब पत्रकारों ने पार्टी के नए प्रधान सचिव अभय सिंह से सवाल पूछा तो इस पर कुछ भी बोलने से बचते नजर आए।

पिछले कुछ दिनों से झारखंड विकास मोर्चा के भारतीय जनता पार्टी में विलय की चर्चा से जुड़े सवाल पर भी पार्टी के नए प्रधान सचिव अभय सिंह कुछ भी कहने से बचते नज़र आये, लेकिन राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि जिस प्रकार से विलय को लेकर प्रदीप यादव और बंधु तिर्की ने विरोध किया था ऐसे में पार्टी के दोनों वरिष्ठ नेताओं का मात्र कार्य समिति का सदस्य बनना निश्चित रूप से जेवीएम का बीजेपी में विलय होने की बातों को मजबूत करता है।


Conclusion:हालांकि भारतीय जनता पार्टी में विलय होने की बात पर प्रधान महा सचिव और पार्टी के किसी वरिष्ठ पदाधिकारी ने कोई पुष्टि नहीं की है लेकिन प्रदीप यादव और बंधू तिर्की को जिस तरह से अलग किया गया है इसको लेकर राजनीतिक गलियारे में चर्चा तेज हो गई है कि यह पूरी कवायद भाजपा में पार्टी के विलय को लेकर की जा रही है .

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