रांची: झारखंड में अवैध खनन और कोयला तस्करी को रोकने के लिए राज्य के सभी प्रमंडलों में उड़न दस्ता का गठन किया गया है. उड़न दस्ता अवैध खनन और कोयला तस्करी रोकने के लिए औचक निरीक्षण के साथ साथ छापेमारी भी करेगा. पलामू आईजी राजकुमार लकड़ा, बोकारो डीआईजी पटेल मयूर कन्हैया लाल, हजारीबाग डीआईजी नरेंद्र सिंह, चाईबासा डीआईजी अजय लिंडा और दुमका डीआईजी सुदर्शन मंडल नेतृत्व में यह उड़न दस्ता गठित किया गया है.
ये भी पढ़ें: Ranchi News: अवैध खनन मामले में जिला प्रशासन की कार्रवाई, 15 गिरफ्तार, कई वाहन जब्त
गौरतलब है कि झारखंड सरकार के खान एवं भूतत्व विभाग ने झारखंड पुलिस मुख्यालय से अवैध खनन की रोकथाम के लिए प्रमंडलीय स्तर पर उड़न दस्ता के साथ संबंधित क्षेत्र में छापामारी में समन्वय एवं सहयोग के लिए टीम की मांग की थी. रेंज आईजी और डीआईजी के अधीन प्रमंडलों में यह टीम संपत्ति मूलक अपराध, रंगदारी और अन्य अवैध कारोबार में संलिप्त अपराधियों के खिलाफ भी कार्रवाई करेगी.
कहां-कहां कितने बलों की तैनाती: डीजीपी अजय कुमार सिंह के निर्देश के बाद आईजी अभियान अमोल वी होमकर ने इस संबंध में आदेश जारी किया है. आईजी के आदेश में बताया गया है कि सभी प्रमंडलीय उड़न दस्तों में चार-चार दारोगा होंगे, इसके साथ एक एक प्लाटून सशस्त्र बलों की तैनाती भी प्रत्येक दस्ते में रहेगी. आईजी अभियान के आदेश के अनुसार रांची क्षेत्र के जिलों में अवैध खनन के रोकथाम के लिए छापेमारी के लिए जैप आठ लेस्लीगंज पलामू से गठित इको 30 कंपनी से एक प्लाटून बल और रांची क्षेत्र के जिलों से चार दरोगा की प्रतिनियुक्ति तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक के लिए की गई है. इस दस्ते को रांची डीआईजी अनूप बिरथरे के नियंत्रण में तैनात किया गया है.
सभी नियंत्र पदाधिकारियों को क्या है आदेश: अवैध खनन रोकथाम के लिए गठित उड़न दस्ते का नियंत्रण करने वाले आईजी- डीआईजी को निर्देश दिया गया है कि नियंत्रण में प्रतिनियुक्त किए बलों को अवैध खनन के लिए गठित दस्ते के साथ छापेमारी में सहयोग के लिए भेजा जाए. इसके साथ ही सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया गया है कि वह प्रमंडल स्तर पर गठित उड़न दस्ता दल द्वारा अवैध खनन के विरूद्ध छापेमारी के दौरान सहयोग करें. एसपी को निर्देश दिया गया है कि वह अपने आईजी व डीआईजी के साथ संपर्क स्थापित कर बलों की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित कराएं.