रांची: राजधानी के सुकुरहुट्टू स्थित ट्रांसपोर्ट नगर के निर्माण में अडंगा डालकर अवैध रूप से निर्मित पांच दुकानों को बुलडोजर से जमींदोज कर दिया गया है. इस अड़चन के हटने से ट्रांसपोर्ट नगर के निर्माण में तेजी आ जाएगी. दरअसल, निर्माण स्थल क्षेत्र की 120 फीट लंबी और 15 फीट चौड़ी जमीन पर पांच दुकानें बना दी गई थीं और सरकारी जमीन को अवैध तरीके से अधिग्रहित कर लिया गया था.
दुकान हटाने के लिए कई बार नोटिस भेजने के बावजूद दुकानदार मनमानी पर अड़े हुए थे. सभी ने फर्जी डीड बना रखा था. जब रजिस्ट्री ऑफिस से डीड का सत्यापन कराया गया तो जालसाजी की पोल खुल गई. इसी आधार पर रांची के उपायुक्त, कांके अंचल के सीओ और जुडको के परियोजना निदेशक (प्रशासन) की पहल पर यह कार्रवाई की गई.
क्या है ट्रांसपोर्ट नगर, क्यों है इसकी जरूरत: रांची के सुकुरहुट्टू में ट्रांसपोर्ट नगर बन रहा है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पहल पर जुडको ने काम भी शुरू करवा दिया है. केएमवी नामक एजेंसी को निर्माण कार्य की जिम्मेदारी मिली है. पिछले दिनों भूमि पूजन के बाद निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया. दो साल के भीतर निर्माण कार्य को पूरा करने का लक्ष्य है. इसके निर्माण से शहर में भारी वाहनों के प्रवेश से निजात मिलेगी. ट्रांसपोर्ट नगर का निर्माण 113 करोड़ की लागत से हो रहा है.
424 वाहनों के ठहराव की होगी व्यवस्था: आईटीबीपी परिसर के पास 40.68 एकड़ में बन रहे ट्रांसपोर्ट नगर में 424 वाहनों के ठहराव की व्यवस्था होगी. यहां एक एकीकृत भवन बनेगा, जहां अलग-अलग संस्थानों के 16 ऑफिस भी बनेंगे. ड्राइवर और खलासी समेत अन्य के लिए 180 बेड वाली डोरमेट्री भी बनेगी. एक फूड कोर्ट भी बनेगा, जहां एक साथ 150 लोग खाना खा सकेंगे. यहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ-साथ औषधालय और जरूरत के हिसाब से शौचालय भी बनाए जाएंगे. सबसे खास बात है कि ट्रांसपोर्ट नगर के बन जाने से राजधानी में बड़े वाहनों का प्रवेश रूक जाएगा. इससे रांचीवासियों को जाम से भी राहत मिलेगी.