रांची: तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (टीएसपीसी) उग्रवादियों ने राजभवन के पास पोस्टरबाजी कर दहशत फैलाने की काशिश की थी. इस मामले में पुलिस ने पांच को हिरासत में लिया है. हिरासत में लिए गए आरोपी टीएसपीसी के लिए काम करते थे. हालांकि अधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की गई है. इस मामले में शुक्रवार को पुलिस खुलासा कर सकती है.
देवकमल अस्पताल की दीवार पर पोस्टर
राजधानी रांची में 13 दिसंबर को टीएसपीसी की ओर से राजभवन की दीवार से सटे देवकमल अस्पताल की दीवार पर पोस्टर साटा गया था. पोस्टरबाजी में टीएसपीसी उग्रवादियों ने पुलिस, प्रशासन और कोल परियोजनाओं के खिलाफ बयानबाजी की है. पोस्टर में उत्तरी, दक्षिणी छोटानागपुर, जोनल कमेटी लिखा गया था. पुलिस ने आसपास लगी सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद उनकी पहचान की और सभी को दबोचा गया.
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ये लिखा था पोस्टर में
पोस्टर में लिखा गया था कि नक्सली जांच के नाम पर एनआईए विस्थापित प्रभावित निर्दोष आम जनता से मारपीट और फर्जी मुकदमा करना बंद करें, साथ ही एनआईए और पुलिस प्रशासन के दलाल दलाली करना बंद करें. पोस्टर में लिखा गया था कि सीसीएल, एनटीपीसी के अधिकारी विस्थापित प्रभावित आम जनता को धमकी, मारपीट, गाली-गलौज करना बंद करें, आम जनता की अपनी हक अधिकार जल, जंगल, जमीन से बेदखल करने वाली शिखंडी सरकार के खिलाफ मजदूर किसान एकजुट हो, भारत श्रेष्ठ भारत कहने वाले देखो भारतीय विस्थापन नीति से जनता है बेहाल, भारत सरकार विकास-विकास चिल्लाता है. पोस्टर में यह भी लिखा गया था कि झारखंड में खदान चलता है और पूंजीवादी माफियाओं का पेट भरता है, झारखंड में सीसीएल, बीसीसीएल, एनटीपीसी की ओर से अतिक्रमण और उत्खनन कर खेती योग्य जमीन को पहाड़ और बंजर बनाना बंद करें.