रांची: भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के द्वारा मंगलवार को सचिवालय घेराव कार्यक्रम आयोजित किया गया था. पुलिस ने किसी भी तरह के उपद्रव को रोकने के लिए बैरिकेडिंग कर रखी थी साथ ही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अन्य उपाय भी किए गए थे. हालांकि घेराव कार्यक्रम के दौरान उपद्रव किया गया और इस दौरान पुलिस पर पथराव भी किया गया. इसे लेकर रांची के धुर्वा थाने में दो पूर्व मुख्यमंत्री, दो सांसद सहित 41 पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है. उपद्रव मामले में 1000 अज्ञात लोगों पर भी प्राथमिकी दर्ज की गई है.
इन लोगों पर दर्ज हुई एफआईआर: कार्यपालक दंडाधिकारी उपेंद्र कुमार के बयान में रांची के धुर्वा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. एफआईआर में नामजद आरोपियों में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, रांची के सांसद संजय सेठ, चतरा सांसद सुनील कुमार सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, राज्यसभा सांसद समीर उरांव, सांसद निशिकांत दुबे, विधायक अमित मंडल, आरती कुजूर, प्रदीप मुखर्जी, शत्रुघ्न सिंह, अनिता सोरेन, मुनचुन राय, उमेश यादव, वीरेंद्र यादव, ललित ओझा, केके गुप्ता, कुलवंत सिंह बंटी, गुंजन यादव, अमित कुमार, विकास कुमार पांडे, दिलीप कुमार सिंह, कुमकुम देवी, कामेश्वर सिंह, अमित भैया उर्फ अमित कुमार, कमलेश राम, नीलम चौधरी, साधु मांझी और विमल मरांडी शामिल हैं. इसके अलावा 1000 अज्ञात भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है.
क्या है एफआईआर में: कार्यपालक दंडाधिकारी सदर उपेंद्र कुमार के द्वारा अपने आवेदन में बताया गया है कि धुर्वा गोल चक्कर के पास दोपहर करीब 1:30 बजे भारतीय जनता पार्टी के लगभग 10,000 कार्यकर्ता और समर्थक धारा 144 का उल्लंघन किया. इस दौरान वे सरकार के विरोध में नारेबाजी करते हुए प्रभात तारा मैदान से धुर्वा गोल चक्कर की ओर पैदल चलकर पहुंचे और गोल चक्कर के मुख्य बैरियर पर पहुंचकर सरकार विरोधी नारे लगाने लगे. इस दौरान उन्होंने बैरिकेडिंग को गिराने का प्रयास किया. वरीय अधिकारियों के द्वारा माइक पर अनाउंस कर भाजपा कार्यकर्ताओं को धारा 144 के बारे में बताया भी गया, लेकिन इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता बैरिकेडिंग को उखाड़ने और हटाने का प्रयास करने लगे और
उपद्रवियों की तरह व्यवहार करते हुए ड्यूटी पर तैनात पुलिस एवं दंडाधिकारी को निशाना बनाते हुए बोतल फेंकना एवं पत्थरबाजी करना शुरू कर दिए.
एफआईआर में लिखा गया है कि पुलिस अधिकारियों एवं मौजूद पुलिस बल के द्वारा उपद्रवियों को रोकने का हर संभव प्रयास किए जाने के बावजूद भी भाजपा कार्यकर्ता घेराबंदी को तोड़ने का प्रयास करते रहें. इसी क्रम में लगभग 2:00 बजे भाजपा कार्यकर्ता पत्थरबाजी करने लगे तब उन पर पानी की बौछार की गयी, इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के द्वारा भीड़ को उकसाने का प्रयास भी किया जाता रहा. उग्र भीड़ को तितर-बितर करने के उद्देश्य से पुलिस ने आंसू गैस और बल का प्रयोग किया. भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं के द्वारा जिस तरह उपद्रव किया गया उसका वीडियो फुटेज भी प्रशासन के पास मौजूद है ऐसे में सभी नामजद के साथ-साथ अज्ञात आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाए.
18 को गिरफ्तार कर शाम में पीआर बांड पर छोड़ा: वहीं दूसरी तरफ झारखंड की यूपीए सरकार के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन के दौरान बैरिकेडिंग तोड़ने और धारा 144 का उल्लंघन करने के मामले में 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया. जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार किया उसमें भाजपा सांसद संजय सेठ, बोकारो विधायक बिरंची नारायण, राज्यसभा सांसद समीर उरांव, गोड्डा विधायक अमित मंडल, चतरा सांसद सुनील सिंह, कोषाध्यक्ष दीपक बंका, महिला मोर्चा की अध्यक्ष आरती कुजूर, कुलवंत सिंह, गुंजन यादव समेत अन्य शामिल थे. सभी को जगन्नाथपुर थाना स्थित कैंप जेल में रखा गया था, शाम में सभी को पीआर बांड भी छोड़ दिया गया.