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सुषमा बड़ाईक फायरिंग मामला, पूर्व आईजी नटराजन सहित पांच पर FIR

सुषमा बड़ाईक फायरिंग मामले (Sushma Badaik firing case) में अरगोड़ा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है. यह प्राथमिकी सुषमा बड़ाईक के भाई के बयान पर दर्ज की गई, जिसमें पूर्व आईजी नटराजन सहित पांच लोगों के नाम शामिल हैं.

Argora police station
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Published : Dec 14, 2022, 2:48 PM IST

Updated : Dec 14, 2022, 5:01 PM IST

रांची: सुषमा बड़ाईक पर हमला मामले (Sushma Badaik firing case) में अरगोड़ा थाना में पूर्व आईजी नटराजन सहित पांच के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. यह प्राथमिकी सुषमा बड़ाईक के भाई सिकन्दर बड़ाईक के बयान के आधार पर दर्ज की गई है. जिसमें पूर्व आईजी नटराजन, दानिश रिजवान, नादिर सुनील बादल, नीरज सिन्हा, अजय कश्यप और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.

यह भी पढ़ें: बॉडीगार्ड के सामने अपराधियों ने सुषमा बड़ाईक को मारी गोली, हालत गंभीर


एफआईआर में क्या है: दर्ज प्राथमिकी में सुषमा बड़ाईक के भाई सिकंदर बड़ाईक के द्वारा यह बताया गया है कि 'मेरी बहन सुषमा बड़ाईक मंगलवार की सुबह करीब 9.30 में अपने अंगरक्षक हिलारियुस टोपनो के साथ अपने छोटे बेटे सोनू के साथ हरमू स्थित आवास आई थी. अपने बेटे को मेरे घर पर छोड़कर सुषमा अपने अंगरक्षक के साथ बाइक पर बैठकर डोरंडा स्थित हाईकोर्ट जा रही थी. उसी दौरान हरमू चौक और सहजानंद चौक के बीच मोटरसाइकिल पर सवार तीन अपराधियों ने मेरी बहन सुषमा पर दो गोली चलाई. जिसके बाद बॉडीगार्ड और अन्य लोगों द्वारा तत्काल मेरी बहन को अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल में मेरी बहन जिंदगी और मौत से जूझ रही है.' सुषमा के भाई के अनुसार उसे संदेह है कि उसकी बहन पर हुए हमले में दानिश रिजवान नाजिर, सुनील बादल, नीरज सिन्हा, अजय कश्यप और कुछ अन्य लोगों की साजिश है. इसमें आईपीएस पीएस नटराजन की भी भूमिका है. इन सभी के ऊपर उसकी बहन के द्वारा प्राथमिकी दर्ज की गई है. उसे अंदेशा है कि इसी वजह से इन लोगों ने साजिश रचकर उसकी बहन को जान से मारने की नीयत से हमला करवाया है.

हाई कोर्ट में गवाही देने जा रही थी सुषमा: बेहद सुरक्षित माने जाने वाले अरगोड़ा थाना क्षेत्र के सहजानंद चौक के पास बाइक सवार तीन अपराधियों ने सुषमा बड़ाईक को गोली मार दी. घटना मंगलवार की है. वह हाई कोर्ट में गवाही देने जा रही थी. इस घटना में सुषमा को दो गोलियां लगी है. एक गोली पीठ को चीरते हुए बाहर निकल गई, जबकि दूसरी गोली शरीर में ही फंसी हुई है. आनन-फानन में एक निजी अस्पताल में सुषमा को इलाज के लिए भर्ती करवाया गया. डॉक्टरों के अनुसार देर रात सुषमा की स्थिति गंभीर होने पर उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर डाल दिया गया है. एक गोली अब भी सुषमा के शरीर में ही फंसी हुई है.

पूरी प्लानिंग के साथ थी हत्या की योजना: आईपीएस पीएस नटराजन पर यौन शोषण का केस दर्ज करने के बाद सुर्खियों में आयी सुषमा बड़ाईक की पूरी प्लानिंग के साथ हत्या करने की योजना थी. इसके लिए बाइक सवार अपराधियों ने सुषमा को मारने के लिए वैसे स्थान का चयन किया, जहां पर सीसीटीवी कैमरा भी नहीं लगा था. अपराधियों ने उसके घर से ही सुषमा की रेकी की थी. जब वह हरमू चौक और सहजानंद चौक के बीच स्थित जीतेंद्र सिंह के आवास के पास पहुंची, तब अपराधियों ने गोलीबारी घटना को अंजाम दिया.

आईपीएस पर यौन शोषण का आरोप: महिला ने आईपीएस पीएस नटराजन के अलावा दर्जनों लोगों पर रेप, यौन शोषण और रेप की कोशिश के अलग-अलग केस दर्ज करा रखे हैं. मंगलवार को उसकी ओर से दर्ज कराए एक केस में हाईकोर्ट में सुनवाई होनी थी. जस्टिस संजय कुमार द्विवेदी की कोर्ट में सुनवाई के लिए सूचीबद्ध इस केस में वह अपना पक्ष खुद ही अदालत में रखने वाली थी, लेकिन सुनवाई से पहले अपराधियों ने उसे गोली मारकर जख्मी कर दिया. बता दें कि इस महिला के यौन शोषण का एक स्टिंग वीडियो वर्ष 2005 में कई टीवी चैनलों पर प्रसारित हुआ था. इस मामले में वर्ष 2012 में आईपीएस पीएस नटराजन को बर्खास्त कर दिया गया था. हालांकि, लोअर कोर्ट ने 2017 में नटराजन के पक्ष में फैसला सुनाया था. इस फैसले के बाद महिला ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.

रांची: सुषमा बड़ाईक पर हमला मामले (Sushma Badaik firing case) में अरगोड़ा थाना में पूर्व आईजी नटराजन सहित पांच के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. यह प्राथमिकी सुषमा बड़ाईक के भाई सिकन्दर बड़ाईक के बयान के आधार पर दर्ज की गई है. जिसमें पूर्व आईजी नटराजन, दानिश रिजवान, नादिर सुनील बादल, नीरज सिन्हा, अजय कश्यप और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.

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एफआईआर में क्या है: दर्ज प्राथमिकी में सुषमा बड़ाईक के भाई सिकंदर बड़ाईक के द्वारा यह बताया गया है कि 'मेरी बहन सुषमा बड़ाईक मंगलवार की सुबह करीब 9.30 में अपने अंगरक्षक हिलारियुस टोपनो के साथ अपने छोटे बेटे सोनू के साथ हरमू स्थित आवास आई थी. अपने बेटे को मेरे घर पर छोड़कर सुषमा अपने अंगरक्षक के साथ बाइक पर बैठकर डोरंडा स्थित हाईकोर्ट जा रही थी. उसी दौरान हरमू चौक और सहजानंद चौक के बीच मोटरसाइकिल पर सवार तीन अपराधियों ने मेरी बहन सुषमा पर दो गोली चलाई. जिसके बाद बॉडीगार्ड और अन्य लोगों द्वारा तत्काल मेरी बहन को अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल में मेरी बहन जिंदगी और मौत से जूझ रही है.' सुषमा के भाई के अनुसार उसे संदेह है कि उसकी बहन पर हुए हमले में दानिश रिजवान नाजिर, सुनील बादल, नीरज सिन्हा, अजय कश्यप और कुछ अन्य लोगों की साजिश है. इसमें आईपीएस पीएस नटराजन की भी भूमिका है. इन सभी के ऊपर उसकी बहन के द्वारा प्राथमिकी दर्ज की गई है. उसे अंदेशा है कि इसी वजह से इन लोगों ने साजिश रचकर उसकी बहन को जान से मारने की नीयत से हमला करवाया है.

हाई कोर्ट में गवाही देने जा रही थी सुषमा: बेहद सुरक्षित माने जाने वाले अरगोड़ा थाना क्षेत्र के सहजानंद चौक के पास बाइक सवार तीन अपराधियों ने सुषमा बड़ाईक को गोली मार दी. घटना मंगलवार की है. वह हाई कोर्ट में गवाही देने जा रही थी. इस घटना में सुषमा को दो गोलियां लगी है. एक गोली पीठ को चीरते हुए बाहर निकल गई, जबकि दूसरी गोली शरीर में ही फंसी हुई है. आनन-फानन में एक निजी अस्पताल में सुषमा को इलाज के लिए भर्ती करवाया गया. डॉक्टरों के अनुसार देर रात सुषमा की स्थिति गंभीर होने पर उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर डाल दिया गया है. एक गोली अब भी सुषमा के शरीर में ही फंसी हुई है.

पूरी प्लानिंग के साथ थी हत्या की योजना: आईपीएस पीएस नटराजन पर यौन शोषण का केस दर्ज करने के बाद सुर्खियों में आयी सुषमा बड़ाईक की पूरी प्लानिंग के साथ हत्या करने की योजना थी. इसके लिए बाइक सवार अपराधियों ने सुषमा को मारने के लिए वैसे स्थान का चयन किया, जहां पर सीसीटीवी कैमरा भी नहीं लगा था. अपराधियों ने उसके घर से ही सुषमा की रेकी की थी. जब वह हरमू चौक और सहजानंद चौक के बीच स्थित जीतेंद्र सिंह के आवास के पास पहुंची, तब अपराधियों ने गोलीबारी घटना को अंजाम दिया.

आईपीएस पर यौन शोषण का आरोप: महिला ने आईपीएस पीएस नटराजन के अलावा दर्जनों लोगों पर रेप, यौन शोषण और रेप की कोशिश के अलग-अलग केस दर्ज करा रखे हैं. मंगलवार को उसकी ओर से दर्ज कराए एक केस में हाईकोर्ट में सुनवाई होनी थी. जस्टिस संजय कुमार द्विवेदी की कोर्ट में सुनवाई के लिए सूचीबद्ध इस केस में वह अपना पक्ष खुद ही अदालत में रखने वाली थी, लेकिन सुनवाई से पहले अपराधियों ने उसे गोली मारकर जख्मी कर दिया. बता दें कि इस महिला के यौन शोषण का एक स्टिंग वीडियो वर्ष 2005 में कई टीवी चैनलों पर प्रसारित हुआ था. इस मामले में वर्ष 2012 में आईपीएस पीएस नटराजन को बर्खास्त कर दिया गया था. हालांकि, लोअर कोर्ट ने 2017 में नटराजन के पक्ष में फैसला सुनाया था. इस फैसले के बाद महिला ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.

Last Updated : Dec 14, 2022, 5:01 PM IST
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