राजसमंद. सांसद ओम प्रकाश माथुर ने देश में चल रही कई तत्कालीन मुद्दों पर बातचीत की. माथुर ने झारखंड चुनाव को लेकर कहा कि इस चुनाव में मुझे ज्यादा समय नहीं मिल पाया. वहां काम करने को लेकर मैं 2 महीने में झारखंड को पूरी तरह समझ नहीं सका.
वहीं उन्होंने कहा कि झारखंड को बने 19 साल हो गए हैं. पहली बार पांच साल तक रेगुलर सरकार चली है और ओरिजिनली झारखंड बीजेपी का प्रदेश नहीं है. झारखंड में जो पांच डिवीजन हैं, पांचों डिवीजन की अपनी अलग संस्कृति और सोशल समीकरण है. वहां निश्चित रूप से हमारा वोट प्रतिशत भी बढ़ा है.
यह भी पढ़ेंः- पलामू: हेमंत सोरेन का लगा विवादित पोस्टर, जेएमएम नेता पर कार्रवाई की तैयारी
उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय दल सिर्फ एक हमारे पास था. उनकी अपेक्षाएं भी बहुत बढ़ गई थी. साल 2014 के विधानसभा चुनाव में वे हमारे साथ लड़े और 8 सीटें जीते. हम उनको प्रर्याप्त सीटें दे रहे थे. लेकिन वो और अधिक सीटों की मांग कर रहे थे. ऐसे में यह संभव नहीं थी और यह भी तय हो गया था कि वह साथ नहीं आने वाले हैं. वहां वोट का डिवीजन हुआ है. साथ ही वहां गठबंधन बहुत ही मजबूत बन गया था.
यह भी पढ़ेंः Special: करौली की 'गजक', इसके जायके की खुशबू महकती है विदेशों तक
वहीं माथुर ने CAA को लेकर कहा विपक्ष इस प्रकार की राजनीति कर रहा है. उनके पास कहने को कुछ नहीं है. माथुर ने मुख्यमंत्री गहलोत और ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें संविधान का ज्ञान नहीं है. जो यह कहते हैं. इसे लागू नहीं होने देंगे. इसे देश के लोकसभा और राज्यसभा ने पारित किया है. यह सब को लागू करना पड़ेगा.