ETV Bharat / state

झारखंड में 20 सालों में जो नहीं हुआ, हमने उसे सालभर में कर दिखाया: बन्ना गुप्ता

author img

By

Published : Dec 29, 2020, 6:37 AM IST

हेमंत सोरेन सरकार के एक साल पूरे होने पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने ईटीवी भारत के साथ झारखंड सरकार की उपलब्धियों को साझा किया. उन्होंने कहा कि झारखंड में 20 सालों में जो नहीं हो सका, उसे हेमंत सरकार ने सालभर में कर दिया.

Exclusive interview of Jharkhand Health Minister Banna Gupta
बन्ना गुप्ता

रांची: झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार के एक साल पूरे हो चुके हैं. हेमंत सोरेन ने 29 दिसंबर 2019 को झारखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. झारखंड में नई सरकार के एक साल पूरे होने पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की और सरकार की उपलब्धियों को गिनाया.

बन्ना गुप्ता से खास बातचीत (भाग-1)

कोरोना बड़ी चुनौती

झारखंड सरकार के गठन के महज 3 महीने बाद ही कोरोना महामारी ने दस्तक दे दी और नई-नवेली सरकार के सामने यह एक बड़ी समस्या थी. बन्ना गुप्ता ने कहा कि पहला साल बेहद चुनौतीपूर्ण रहा. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जनता के सामने साल भर के काम-काज का रिपोर्ट कार्ड पेश किया है. कोरोना महामारी से लड़ने के बावजूद सरकार ने अपने वादों को पूरा करने की कोशिश की है. इसमें अगर किसी की महत्वपूर्ण भूमिका थी तो वो स्वास्थ्य विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग है.

बन्ना गुप्ता से खास बातचीत (भाग-2)

केंद्र सरकार से मिला धोखा

स्वास्थ्य विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि उनका एक साल का कार्यकाल संघर्षपूर्ण रहा. कोरोना काल में विपरित परिस्थितियों में भी सरकार अच्छे से काम कर रही है. उन्होंने कहा कि कि राज्य को जिस वक्त केंद्र सरकार की मदद की सख्त जरूरत थी, उस समय केंद्र ने राज्य को सिर्फ धोखा दिया. इसके बावजूद उनकी सरकार ने विकास की रफ्तार को बढ़ाते हुए कोरोना से डट कर मुकाबला किया है. उन्होंने अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाते हुए बताया कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में उनकी सरकार ने कई ऐसे काम किए हैं, जो पिछले 20 सालों में नहीं हो पाए थे. हेमंत सरकार ने पहली बार सड़क दुर्घटना में मरने पर पीड़ित परिवार के लिए एक लाख रुपए की बीमा योजना शुरू की है, साथ ही आपदा प्रधिकार का गठन भी राज्य में पहली बार किया गया है.

नए मेडिकल कॉलेजों में कब शुरू होगा नामांकन

झारखंड के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने और पुराने मेडिकल कॉलेज पर मरीजों का भार कम करने के लिए पलामू, दुमका और हजारीबाग में मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं. हालांकि इसमें नामांकन की प्रक्रिया अबतक शुरू नहीं हो पायी है. इस सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सरकार गठन के बाद स्थिति सामान्य नहीं रहने के कारण ऐसा हुआ है. कोरोना काल में उत्पन्न स्थिति के बाद सरकार के पास लोगों की जान बचाने की चुनौती थी, जिसके लिए हर स्तर पर बेहतर प्रयास किया गया. अब इस ओर भी सरकार बेहतर करने में जुटी है. सूबे के तीनों नए मेडिकल कॉलेजों में नए सत्र से नामांकन शुरू हो जाएगाा. इसमें मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल मेदिनीनगर, शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, हजारीबाग और फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, दुमका शामिल है.

इसे भी पढ़ें- Year Ender 2020: कोरोना से जंग में झारखंड के इन लोगों ने निभाई अहम भूमिका

डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की कमी

सूबे के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की कमी पर स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि उनकी सरकार इस ओर बेहद तेजी से काम कर रही है. राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में स्वास्थ्यकर्मियों की भारी कमी थी, हेमंत सोरेन की नेतृत्व वाली गठबंधन की सरकार में इस कमी को दूर किया जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्री ने पूर्ववर्ती सरकार के कामकाजों का जिक्र करते हुए कहा कि हमारी सरकार पिछली सरकार की गलतियों को भी ठीक करते हुए आगे बढ़ रही है.

कोरोना वैक्सीन के लिए सरकार की प्लानिंग

देश में फिलहाल हर कोई वैक्सीन का इंतजार कर रहा है. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि वैक्सीन को लेकर झारखंड सरकार ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसी क्रम में सरकार की ओर सभी जिलों को दिशा-निर्देश दिया जा चुका है. केंद्र सरकार और आईसीएमआर के निर्देश पर चार सेगमेंट में डेटा बेस तैयार करने का काम चल रहा है. हालांकि आईसीएमआर ने अब तक ये नहीं बताया है, किस तापमान पर वैक्सीन सुरक्षित रहेगी. राज्य सरकार इस स्तर पर भी काम कर रही है कि वैक्सीन लेने के बाद कुछ समय तक वो शख्स ऑबजर्वेशन में रहे.

रांची: झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार के एक साल पूरे हो चुके हैं. हेमंत सोरेन ने 29 दिसंबर 2019 को झारखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. झारखंड में नई सरकार के एक साल पूरे होने पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की और सरकार की उपलब्धियों को गिनाया.

बन्ना गुप्ता से खास बातचीत (भाग-1)

कोरोना बड़ी चुनौती

झारखंड सरकार के गठन के महज 3 महीने बाद ही कोरोना महामारी ने दस्तक दे दी और नई-नवेली सरकार के सामने यह एक बड़ी समस्या थी. बन्ना गुप्ता ने कहा कि पहला साल बेहद चुनौतीपूर्ण रहा. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जनता के सामने साल भर के काम-काज का रिपोर्ट कार्ड पेश किया है. कोरोना महामारी से लड़ने के बावजूद सरकार ने अपने वादों को पूरा करने की कोशिश की है. इसमें अगर किसी की महत्वपूर्ण भूमिका थी तो वो स्वास्थ्य विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग है.

बन्ना गुप्ता से खास बातचीत (भाग-2)

केंद्र सरकार से मिला धोखा

स्वास्थ्य विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि उनका एक साल का कार्यकाल संघर्षपूर्ण रहा. कोरोना काल में विपरित परिस्थितियों में भी सरकार अच्छे से काम कर रही है. उन्होंने कहा कि कि राज्य को जिस वक्त केंद्र सरकार की मदद की सख्त जरूरत थी, उस समय केंद्र ने राज्य को सिर्फ धोखा दिया. इसके बावजूद उनकी सरकार ने विकास की रफ्तार को बढ़ाते हुए कोरोना से डट कर मुकाबला किया है. उन्होंने अपने कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाते हुए बताया कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में उनकी सरकार ने कई ऐसे काम किए हैं, जो पिछले 20 सालों में नहीं हो पाए थे. हेमंत सरकार ने पहली बार सड़क दुर्घटना में मरने पर पीड़ित परिवार के लिए एक लाख रुपए की बीमा योजना शुरू की है, साथ ही आपदा प्रधिकार का गठन भी राज्य में पहली बार किया गया है.

नए मेडिकल कॉलेजों में कब शुरू होगा नामांकन

झारखंड के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने और पुराने मेडिकल कॉलेज पर मरीजों का भार कम करने के लिए पलामू, दुमका और हजारीबाग में मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं. हालांकि इसमें नामांकन की प्रक्रिया अबतक शुरू नहीं हो पायी है. इस सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सरकार गठन के बाद स्थिति सामान्य नहीं रहने के कारण ऐसा हुआ है. कोरोना काल में उत्पन्न स्थिति के बाद सरकार के पास लोगों की जान बचाने की चुनौती थी, जिसके लिए हर स्तर पर बेहतर प्रयास किया गया. अब इस ओर भी सरकार बेहतर करने में जुटी है. सूबे के तीनों नए मेडिकल कॉलेजों में नए सत्र से नामांकन शुरू हो जाएगाा. इसमें मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल मेदिनीनगर, शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, हजारीबाग और फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, दुमका शामिल है.

इसे भी पढ़ें- Year Ender 2020: कोरोना से जंग में झारखंड के इन लोगों ने निभाई अहम भूमिका

डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की कमी

सूबे के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की कमी पर स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि उनकी सरकार इस ओर बेहद तेजी से काम कर रही है. राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में स्वास्थ्यकर्मियों की भारी कमी थी, हेमंत सोरेन की नेतृत्व वाली गठबंधन की सरकार में इस कमी को दूर किया जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्री ने पूर्ववर्ती सरकार के कामकाजों का जिक्र करते हुए कहा कि हमारी सरकार पिछली सरकार की गलतियों को भी ठीक करते हुए आगे बढ़ रही है.

कोरोना वैक्सीन के लिए सरकार की प्लानिंग

देश में फिलहाल हर कोई वैक्सीन का इंतजार कर रहा है. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि वैक्सीन को लेकर झारखंड सरकार ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसी क्रम में सरकार की ओर सभी जिलों को दिशा-निर्देश दिया जा चुका है. केंद्र सरकार और आईसीएमआर के निर्देश पर चार सेगमेंट में डेटा बेस तैयार करने का काम चल रहा है. हालांकि आईसीएमआर ने अब तक ये नहीं बताया है, किस तापमान पर वैक्सीन सुरक्षित रहेगी. राज्य सरकार इस स्तर पर भी काम कर रही है कि वैक्सीन लेने के बाद कुछ समय तक वो शख्स ऑबजर्वेशन में रहे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.