रांची: कल्याण विभाग द्वारा संचालित राजकीय पिछड़ी जाति आवासीय प्लस टू उच्च विद्यालय के 360 छात्राएं विद्यालय और हॉस्टल में पानी भर जाने से काफी परेशान थी, लेकिन उनकी ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया था. कई दिनों से बच्चे बीमार पड़ रहे थे, लेकिन इस और ना ही संबंधित विभाग से किसी पदाधिकारी ने उनका टोह लिया और ना ही उनकी परेशानियों को किसी ने जानने की कोशिश की थी.
इस मामले को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित किया था. उसके बाद नगर विकास मंत्री सीपी सिंह स्कूल परिसर पहुंचकर अधिकारियों और स्कूल प्रबंधन को डांट फटकार लगाकर हॉस्टल और स्कूल परिसर से पानी निकाला गया, हालांकि विद्यार्थियों के स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों को देखते हुए फिलहाल स्कूल में छुट्टी घोषित कर दी गई है. छात्राओं को उनके घर भेज दिया गया है. अगले आदेश तक स्कूल फिलहाल बंद रहेगी.
आपको बता दें कि स्कूल बना टापू, शिर्षक से ईटीवी भारत की टीम ने रांची के थड़पखना रोड स्थित राजकीय पिछड़ी जाति प्लस टू आवासीय विद्यालय की दुर्दशा को दिखाई थी. किस तरह पूरे हॉस्टल में पानी भर जाने के कारण विद्यार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, इस मामले को प्रमुखता से उठाई गई थी.
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जिसके बाद मामले पर कार्रवाई हुई, नगर विकास मंत्री सीपी सिंह खुद स्कूल परिसर का जायजा कर अधिकारियों को फटकार लगाते हुए हॉस्टल, स्कूल से पानी निकलवाया, लेकिन काफी दिनों तक पानी जमा रहने के कारण पूरे हॉस्टल में काफी बीमारी पनपने लगी थी. इसी को देखते हुए विभाग ने तमाम 360 छात्राओं को छुट्टी दे दिया और हॉस्टल खाली कर दिया गया. सभी छात्राओं को घर भेज दिया गया. जिसके बाद हॉस्टल में साफई का काम किया जा रहा है.
हॉस्टल के चारदीवारी का निर्माण हो रहा है. किसी भी तरह बाहरी पानी हॉस्टल में नहीं घुसे इसकी व्यवस्था करने को लेकर तैयारियां की जा रही है. स्कूल की प्रधानाध्यापिका ने जानकारी दी कि अगले आदेश तक फिलहाल स्कूल बंद रहेगी. स्कूल की हालत पूरी तरह सुधरने के बाद ही स्कूल को खोला जाएगा और उनके सिलेबस को अतिरिक्त क्लासेस देकर पूरा कर लिया जाएगा. गौरतलब है कि इस स्कूल में पिछले कई दिनों से पानी भरा हुआ था. विद्यालय पूरी तरह टापू में तब्दील हो गया था, कल्याण विभाग की ओर से संचालित इस विद्यालय के क्लास, लाइब्रेरी,हॉस्टल, किचन चारों तरफ पानी ही पानी था. खबर प्रकाशित होने के बाद मामले पर संज्ञान लिया गया और हॉस्टल से पानी निकालने का काम हुआ.