रांचीः राजधानी के जगन्नाथपुर इलाके में गुरुवार को तपती धूप में पांच मजदूर भूखे-प्यासे अपने घर गुमला की ओर पैदल जा रहे थे. इसी बीच इनकी मुलाकात ईटीवी भारत के संवाददाता से हुई तो मजदूरों ने अपनी आपबीती सुनाई. इन मजदूरों ने ये भी बताया कि वे सुबह चार बजे भूखे घर से निकल पड़े हैं और बेड़ो के रास्ते गुमला जा रहे हैं. इनकी पीड़ा सुनकर हमारे संवाददाता उन्हें मुख्यमंत्री दाल भात केंद्र ले गए और खाना बनवाकर भरपेट भोजन करवाया.
संजय मुंडा, करम देव मुंडा, बुद्धदेव मुंडा, पंकज मुंडा और मिस्टू मुंडा गुमला जिले के रोगाडीह गांव के रहने वाले हैं. रांची में वे रोजाना मेहनत मजदूरी कर अपनी जीविका चलाते हैं. लॉकडाउन के बाद उन्हें न काम मिल रहा है और न उनके खाने-पीने का ही ठिकाना है. ऐसे में वे अपने घर जाना चाहते हैं. भरपेट खाना खाने के बाद पांचों मजदूर अपने घर की ओर चल पड़े.
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कोरोना वायरस को लेकर झारखंड में लॉकडाउन के बाद यात्री वाहन नहीं चलने से लोग परेशान हैं. बाहर काम करने वाले गरीब दैनिक मजदूरों को सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे जरूरतमंदों की मदद कर ईटीवी भारत के संवाददाता मिसाल पेश कर रहे हैं.