रांची: केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ मजबूत चुनावी गठबंधन बनाने के लिए INDIA का गठन किया गया है. इसकी अंतिम बैठक 19 दिसंबर को दिल्ली में हुई थी. अपनी व्यस्तता की वजह से मुख्यमंत्री और झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन बैठक में शामिल नहीं हो सके. उन्होंने बैठक में अपने प्रतिनिधि के रूप में सुप्रियो भट्टाचार्य को दिल्ली भेजा था. इस बैठक में भाग लेकर रांची लौटे सुप्रियो भट्टाचार्य से हमारे रांची संवाददाता उपेंद्र कुमार ने एक्सक्लूसिव बात की.
इस खास बातचीत के दौरान सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि नए साल के पहले सप्ताह में झारखंड में सीट शेयरिंग के लिए इंडिया दलों की बैठक हो जाएगी. क्या झामुमो 2019 की तरह 2024 में भी 04 लोकसभा सीट पर प्रत्याशी खड़ा करेगा. इस सवाल के जवाब में जो बात सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा उससे लगता है कि राज्य में सीट शेयरिंग का मुद्दा उतना आसान भी नहीं, जितना इंडिया दलों के नेता कह रहे हैं. झामुमो नेता ने कहा कि सीट शेयरिंग का कोई मुद्दा नहीं है लेकिन यह भी सभी को जानना और समझना होगा कि 2019 के बाद से स्वर्णरेखा और दामोदर नहीं में बहुत सारा पानी बह गया है.
एकजुट होकर भाजपा के खिलाफ लड़ने की बनी है रणनीतिः झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि इंडिया दलों की बैठक में 2024 लोकसभा चुनाव, आपस में मिलकर भाजपा के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना है.
क्षेत्रीय दलों को मजबूत कर जल्द सीट शेयरिंग कर कंपैन शुरू करने की रणनीतिः झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि इंडिया दलों की बैठक में साफ रणनीति बनी है कि कांग्रेस का 300 लोकसभा सीटों पर सीधा मुकाबला भाजपा से है. लेकिन 250 के करीब सीटें ऐसी हैं जहां अलग अलग राज्यों में क्षेत्रीय दल मजबूत हैं. वहां पर जल्द सीट शेयरिंग कर चुनावी कंपैन शुरू कर देना चाहिए.
कांग्रेस, राजद या जदयू के स्थानीय नेता ज्यादा सीटों की कर रहे हैं दावेदारीः झारखंड की 14 लोकसभा सीटों में से 09 पर कांग्रेस की दावेदारी, 04 पर राजद की दावेदारी और जदयू के प्रभारी अशोक चौधरी द्वारा राज्य में लोकसभा की तैयारी वाले बयान सामने आये थे. इसको लेकर झामुमो की दावेदारी संबंधी सवाल पर सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि दिल्ली की बैठक में कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ साथ राजद-जदयू के बड़े और शीर्षस्थ नेता शामिल थे. किसी ने राज्य में 14 सीट में किसे कितना सीट चाहिए, इसकी बात नहीं की. जब राज्य स्तर पर इंडिया दलों के नेता बैठेंगे तब किसको कितनी सीट मिलेगी, इसका फैसला लिया जाएगा.
क्या झामुमो, 2019 की तरह 04 सीट पर लड़ेगा? झामुमो 2024 में भी 2019 लोकसभा चुनाव की तरह 04 सीट से संतोष कर लेगा या दावेदारी अधिक सीटों की है? लेफ्ट का राज्य में इंडिया गठबंधन में क्या जगह होगी? इन सवालों के जवाब में सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि राज्य में सीट शेयरिंग में कोई दिक्कत नहीं होगी. लेकिन यह भी समझना होगा कि 2019 और आज की तारीख में स्वर्णरेखा नदी और दामोदर नदी में बहुत पानी बह चुका है. झामुमो नेता ने एक ओर कहा कि राज्य में इंडिया महागठबंधन में लेफ्ट का सामंजस्य किया जाएगा. वहीं इशारों-इशारों में कहा कि छत्तीसगढ़ में भी झामुमो का दावा बन सकता है.
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