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रांची: नेशनल गेम घोटाले में ईडी कसेगा शिकंजा, दिए गए घोटाले से संबंधित कागजात

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Published : Jul 4, 2020, 8:30 PM IST

रांची में नेशनल गेम घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने जांच की प्रक्रिया को तेज कर दी है. इसी के साथ घोटाले से संबंधित सारे कागजात एंटी करप्शन ब्यूरो की तरफ से प्रवर्तन निदेशालय तक पहुंचाया गया है.

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नेशनल गेम घोटाला

रांची: झारखंड में हुए 34 वे नेशनल गेम के आयोजन में 28.34 करोड़ कि घोटाले मामले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच की गति अब तेज हो गई है. घोटाले से संबंधित महत्वपूर्ण कागजात एंटी करप्शन ब्यूरो की तरफ से ईडी को उपलब्ध करवा दिए गए हैं, जिसके बाद ईडी इस मामले की जांच में एक्टिव हो गई है.


ईडी ने मांगे थे एसीबी से दस्तावेज
गौरतलब है कि ईडी के टीम ने हाल में ही घोटाले मामले की पूर्व से जांच कर रही झारखंड एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम से नेशनल गेम घोटाले से जुड़े दस्तावेजों की मांग की थी. इसके बाद एसीबी ने ईडी को जांच संबंधित कई दस्तावेज मुहैया करवा दिया है. मिली जानकारी के मुताबिक ईडी की तरफ से नेशनल गेम घोटाले के उन पहलुओं पर जांच की जाएगी जिन पर एसीबी ने अभी तक जांच नहीं की है. संभव है कि ईडी के जांच के बाद कुछ अन्य बड़े नाम भी इस जांच के दायरे में आ जाएंगे. एंटी करप्शन ब्यूरो ने इस मामले में आयोजन समिति के कार्यकारी अध्यक्ष आरके आनंद, सचिव हाशमी, कोषाध्यक्ष मधुकांत पाठक और तत्कालीन खेल निदेशक पीसी मिश्रा के खिलाफ चार्जशीट किया था. वहीं दो स्क्वैश ग्राउंड बनाने में अनियमितता को लेकर पूर्व मंत्री बंधु तिर्की को भी आरोपी बनाया था.

इसे भी पढ़ें-रांची: लालू यादव से बिना अनुमति के मिले सुबोधकांत सहाय, लगातार नियमों का उल्लंघन कर रहे मुलाकाती


निर्माण के दौरान भी आई थी शिकायत
दरअसल, राष्ट्रीय खेल के लिए बने इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर भी अनियमितता सामने आई थी, जिसकी शिकायत साल 2007 में एसीबी तक पहुंची थी. उस दौरान एंटी करप्शन ब्यूरो की तरफ से की गई जांच में एक आईएएस अधिकारी की भूमिका संदिग्ध पाई गई थी, हालांकि बाद में एंटी करप्शन ब्यूरो की तरफ से उस अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. अब क्योंकि यह मामला प्रवर्तन निदेशालय के पास है ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि राष्ट्रीय खेल को लेकर हुए कई टेंडरों की भी बारीकी से जांच होगी.

रांची: झारखंड में हुए 34 वे नेशनल गेम के आयोजन में 28.34 करोड़ कि घोटाले मामले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच की गति अब तेज हो गई है. घोटाले से संबंधित महत्वपूर्ण कागजात एंटी करप्शन ब्यूरो की तरफ से ईडी को उपलब्ध करवा दिए गए हैं, जिसके बाद ईडी इस मामले की जांच में एक्टिव हो गई है.


ईडी ने मांगे थे एसीबी से दस्तावेज
गौरतलब है कि ईडी के टीम ने हाल में ही घोटाले मामले की पूर्व से जांच कर रही झारखंड एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम से नेशनल गेम घोटाले से जुड़े दस्तावेजों की मांग की थी. इसके बाद एसीबी ने ईडी को जांच संबंधित कई दस्तावेज मुहैया करवा दिया है. मिली जानकारी के मुताबिक ईडी की तरफ से नेशनल गेम घोटाले के उन पहलुओं पर जांच की जाएगी जिन पर एसीबी ने अभी तक जांच नहीं की है. संभव है कि ईडी के जांच के बाद कुछ अन्य बड़े नाम भी इस जांच के दायरे में आ जाएंगे. एंटी करप्शन ब्यूरो ने इस मामले में आयोजन समिति के कार्यकारी अध्यक्ष आरके आनंद, सचिव हाशमी, कोषाध्यक्ष मधुकांत पाठक और तत्कालीन खेल निदेशक पीसी मिश्रा के खिलाफ चार्जशीट किया था. वहीं दो स्क्वैश ग्राउंड बनाने में अनियमितता को लेकर पूर्व मंत्री बंधु तिर्की को भी आरोपी बनाया था.

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निर्माण के दौरान भी आई थी शिकायत
दरअसल, राष्ट्रीय खेल के लिए बने इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर भी अनियमितता सामने आई थी, जिसकी शिकायत साल 2007 में एसीबी तक पहुंची थी. उस दौरान एंटी करप्शन ब्यूरो की तरफ से की गई जांच में एक आईएएस अधिकारी की भूमिका संदिग्ध पाई गई थी, हालांकि बाद में एंटी करप्शन ब्यूरो की तरफ से उस अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई. अब क्योंकि यह मामला प्रवर्तन निदेशालय के पास है ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि राष्ट्रीय खेल को लेकर हुए कई टेंडरों की भी बारीकी से जांच होगी.

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