रांची: झारखंड के सरकारी कर्मचारी राज्य में पुरानी पेंशन योजना को लागू करने के लिए एक बार फिर एकजुट हो रहे हैं. पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने के लिए रविवार को राज्य भर के सरकारी कर्मचारी राजधानी के फुटबॉल स्टेडियम में जमा होगें. इसको लेकर एनएमओपीएस (national movement old pension scheme) से जुड़े लोगों ने बताया कि फुटबॉल स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री खुद शिरकत करेंगे. इसके अलावा राज्य के कई मंत्री भी मौजूद रहेंगे. मालूम हो कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पुरानी पेंशन बहाली की घोषणा पहले ही कर दी है, जिसे जल्द लागू करने की भी बात कही गई है. इसी को लेकर एमएनओपीएस के लोग रविवार को मोरहाबादी के फुटबॉल स्टेडियम में एकजुट होंगे. जिसमें करीब हजारों लोगों के आने की बात कही गई है.
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झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार (Hemant Soren government in Jharkhand) राज्य कर्मियों और अधिकारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम (Benefits of old pension scheme) का लाभ देने जा रही है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस संबंध में बीते बजट सत्र के दौरान विधानसभा में घोषणा कर चुके हैं. मुख्यमंत्री की इस घोषणा के बाद वित्त विभाग इसका आकलन करने में जुटा है. इस योजना के तहत 1 जनवरी 2004 के बाद नियुक्त हुए राज्य सरकार के कर्मियों और अधिकारियों को इसका लाभ मिलेगा. वर्तमान समय में इन कर्मचारियों को न्यू पेंशन स्कीम के तहत सुविधा प्राप्त है, जिसके तहत कर्मचारियों की ओर से 10 प्रतिशत और सरकार की ओर से 14 प्रतिशत अंशदान पेंशन मद में जमा हो रहा है. इसके बावजूद पेंशन पर सरकारी खर्च बढ़ रहा है. ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने से यह खर्च और बढ़ जाएगा.
बता दें कि झारखंड सरकार के विभिन्न विभागों में 5 लाख 33 हजार 737 पद सृजित हैं, जिसमें से वर्तमान में 1 लाख 83 हजार 16 पदों पर कर्मचारी-अधिकारी कार्यरत हैं. यदि ओल्ड पेंशन स्कीम लागू की जाती है तो वैसे कर्मचारी जो 1 जनवरी 2004 के बाद सरकारी नौकरी पाए हैं, उनकी 30 वर्षों की सेवा 2034 से पूरी होनी शुरू हो जाएगी.