रांची: 2015 पंचायत चुनाव के मुकाबले इस बार मतदान प्रतिशत कम दिख रहा है. इसे लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने चिंता जाहिर की है. निर्वाचन आयोग के सचिव राधेश्याम प्रसाद के अनुसार मतदान प्रतिशत में आई गिरावट की वजह गर्मी और कोरोना भी हो सकता है. हालांकि मतदाताओं में जागरूकता फैलाने की कोशिश जिला स्तर से की गई थी. इसके बावजूद मतदान प्रतिशत में गिरावट देखी जा रही है. उन्होंने कहा कि पहले और दूसरे चरण की अपेक्षा तीसरे चरण में मतदान प्रतिशत बढ़ा है. जिससे उम्मीद करते हैं कि चौथे और अंतिम चरण में मतदान प्रतिशत बढ़ेगा.
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गौरतलब है कि चार चरणों में हो रहे पंचायत चुनाव में अब तक तीन चरण के मतदान हो चूके हैं और अंतिम चरण का मतदान 27 मई को होगा. पहले और दूसरे फेज में एक समान मतदान 68.15% हुआ था जबकि तीसरे चरण में मतदान का प्रतिशत 70.54% रहा. यदि इसकी तूलना 2015 के पंचायत चुनाव से करें तो ठीक इसी प्रकार चार चरण में राज्य में चुनाव हुए थे जिसमें औसत मतदान 73.29% हुआ था जबकि पहले चरण में 74.49%, दूसरे चरण में 74.04%, तीसरे चरण में 73.46% और चौथे चरण में 73.18% मतदान हुए थे.
पंचायत चुनाव 2015 का मतदान आंकड़ा
- पहला चरण-74.49%
- दूसरा चरण-74.04%
- तीसरा चरण-73.46%
- चौथा चरण-73.18%
- औसत मतदान-73.29%
- सबसे कम औसत मतदान- लोहरदगा-55.55%
- सर्वाधिक औसत मतदान- देवघर-81.03%
पंचायत चुनाव 2022 का मतदान आंकड़ा
- पहला चरण-68.15%
- दूसरा चरण-68.15%
- तीसरा चरण-70.54%
मतगणना कार्य में गड़बड़ी करने के आरोप में निर्वाची पदाधिकारी पर हुई कारवाई: मतगणना कार्य में अनियमितता बरतने के आरोप में गोड्डा जिला अंतर्गत पोड़ैयाहाट के निर्वाची पदाधिकारी स्मिता टोप्पो को तत्काल प्रभाव से राज्य निर्वाचन आयोग ने निर्वाचन कार्य से हटा दिया है. उनके स्थान पर डीडीसी गोड्डा को निर्वाची पदाधिकारी बनाने का निर्देश दिया है. निर्वाचन आयोग के सचिव राधेश्याम प्रसाद ने जानकारी देते हुए कहा कि पोड़ैयाहाट मतगणना स्थल पर जिला परिषद सदस्य के चुनाव में मतगणना के दौरान फिर से मतगणना कराने की मांग पर निर्वाची पदाधिकारी ने गैर जिम्मेदाराना कार्य किया जिस वजह से दूसरे दिन भी कॉउटिंग जारी रही और विजेता प्रत्याशी को बैकडेट में प्रमाण पत्र दिया गया, जिसकी शिकायत आयोग तक पहुंची. जिसपर कार्रवाई करते हुए उन्हें निर्वाचन कार्य से हटा दिया गया है.