रांचीः हेल्दी रोल हेल्दी पोल की थीम पर झारखंड में एक नया प्रयोग मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा किया जा रहा है. यदि यह सफल हो गया तो यह देश के लिए रोल मॉडल साबित होगा. दरअसल, सही वोटर की पहचान को लेकर हमेशा सवाल उठते रहे हैं. अभी तक बीएलओ को घर-घर जाकर मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान वोटरों को चिन्हित करने की जिम्मेदारी है, लेकिन इसमें कई तरह की शिकायत आती रही हैं. बीएलओ बगैर घर-घर सर्वेक्षण कर रिपोर्ट जमा कर देते थे. जिसमें कई तरह की शिकायतें मिलती थी. इन परेशानियों को देखते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान प्रत्येक घर में बीएलओ को एक स्टीकर चस्पा करने को कहा है. जिस पर चुनाव आयोग के पदाधिकारी औचक निरीक्षण के दौरान विजीट की तारीख के साथ हस्ताक्षर करेंगे. यह प्रक्रिया दो बार होगी. जिसमें तारीख दर्ज रहेगी. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय द्वारा तैयार स्पीटर में हमें मतदाता होने का गर्व है लिखा होगा.
17 जुलाई से शुरू होगा अभियानः यह अभियान प्रथम चरण में 17 जुलाई से 18 अगस्त तक चलाया जाएगा. जिसमें दो बार निरीक्षण के साथ-साथ बीएलओ के द्वारा प्रत्येक मतदाता की पहचान की जाएगी. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने कहा कि 18 से 19 आयु वर्ग के युवाओं को वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने और शहरी क्षेत्र में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने का लक्ष्य चुनाव आयोग का है. इसके लिए झारखंड में प्रयास किए जा रहे हैं. मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए सहायक निर्वाचन पदाधिकारी को प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में विशेष तौर पर जिम्मेदारी दी गई है.
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर शुरू हुआ मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यः लोकसभा चुनाव 2024 को ध्यान में रखकर चुनाव आयोग ने मतदाता सूची पुनरीक्षण समय से पहले करना शुरू कर दिया है. चुनाव तैयारी के साथ-साथ मतदाता सूची में किसी तरह की गड़बड़ी न हो इसके लिए खास ध्यान रखा गया है. एक जून से 20 जुलाई तक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी और सहायक निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी बीएलओ और अन्य को आईटी एप्लीकेशन पर प्रशिक्षण देने की तैयारी की गई है.
21 जुलाई से शुरू होगा सत्यापन का कामः इसके बाद 21 जुलाई से 21 अगस्त तक बीएलओ प्रत्येक मतदाता के घर पर सत्यापन का कार्य करेंगे. आयोग ने 22 अगस्त से 29 सितंबर तक मतदाता सूची में सुधार, फोटो, मतदाता पहचान पत्र में त्रुटियों और अन्य कमियों को दूर करने के लिए कार्य करने का निर्णय लिया है. 17 अक्टूबर को एकीकृत प्रारूप मतदाता सूची का प्रकाशन होगा. प्रकाशित मतदाता सूची पर आपत्ति 17 अक्टूबर से 30 नवंबर तक दर्ज कराई जा सकेगी. पांच जनवरी 2024 को मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी. इसी मतदाता सूची के आधार पर झारखंड में लोकसभा चुनाव संपन्न कराए जाएंगे.
युवाओं से मतदाता सूची में नाम दाखिल कराने की अपीलः चुनाव आयोग ने एक जनवरी 2024 को 18 वर्ष की आयु पूरा कर रहे ऐसे युवाओं को मतदाता सूची में नाम दाखिल कराने की अपील की है. इसके लिए कॉलेजों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों में विशेष रूप से अभियान चलाया जाएगा. पांच जनवरी 2023 को प्रकाशित मतदाता सूची के अनुसार दो करोड़, 45 लाख, 29 हजार, 841 मतदाता झारखंड में हैं. जिसमें पुरुषों की संख्या एक करोड़, 26 लाख, 8292 है. वहीं महिला मतदाताओं की संख्या एक करोड़, 19 लाख, 21 हजार, 181 है.