मांडर, रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 20 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ. मांडर विधानसभा सीट पर भी मतदाताओं में जोश दिखा. हर वर्ग के लोग बड़े जोश के साथ मतदान केंद्र तक पहुंचे और वोटिंग की.
मांडर विधानसभा सीट के कई बूथों पर बुजुर्ग मतदाता भी बड़े जोश के साथ पहुंचे. बूथ संख्या 124 और 125 पर कई बुजुर्ग मतदाता पहुंचे और अपने मत का प्रयोग किया. वहीं, जो बुजुर्ग मतदाता अपने पैरों से नहीं आ पाए, उनके बच्चे उन्हें लोकतंत्र के इस महापर्व में अपने गोद में बिठाकर लाते दिखे. मांडर विधानसभा में शनिवार को लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और 60% से भी ज्यादा वोटिंग हुई.
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वहीं, अपने बूढ़ी मां को गोद में वोट दिलाने पहुंचे बेटे ने बताया कि वोट देना सभी का अधिकार है. अगर कोई शारीरिक रूप से लाचार हो जाता है, तो उनके परिजनों का दायित्व बनता है कि वह अपने बूढ़े मां-बाप को उनके अधिकार का प्रयोग करने के लिए मदद करें.
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जिस प्रकार से हम युवा अपने मन से अपनी सरकार चुनते है, उसी प्रकार हमारे बुजुर्ग माता-पिता को भी अधिकार है कि वह अपने मन से अपनी सरकार चुने, क्योंकि सरकार से ही राज्य का निर्माण होता है. बेहतर सरकार के लिए हर किसी की भागीदारी जरूरी होती है.
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मांडर विधानसभा क्षेत्र में अपने बुजुर्ग माता-पिता को वोट दिलाने लाए ऐसे लोगों ने राज्य की जनता से अपील करते हुए कहा कि मताधिकार का प्रयोग हर किसी को करना चाहिए. जिनके माता-पिता लाचार है उनके बच्चों का यह फर्ज बनता है कि वह अपने माता पिता को मतदान केंद्र तक लाकर उन्हें उनके मन मुताबिक वोट कराएं.
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बता दें कि एक तरफ लोग अपने बुजुर्गों को भूलते जा रहे है, तो वहीं दूसरी ओर लोकतंत्र के इस महापर्व में मांडर विधानसभा के क्षेत्र की जनता ने मतदान केंद्र पर अपने बुजुर्ग माता-पिता को गोद में बिठाकर मतदान करवा कर निश्चित रूप से एक मिसाल पेश की.