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झारखंड विधानसभा चुनाव 2019ः दूसरे चरण की वोटिंग खत्म, वोटरों में दिखा HIGH जोश, बुजुर्ग मतदाता भी नहीं रहे पीछे

झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 20 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ. जिसमें मांडर विधानसभा में मतदाताओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. मांडर विधानसभा के विभिन्न बूथों पर सिर्फ युवा ही नहीं बल्कि बुजुर्गों ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया.

Elder voters also voted in large number in Mandar assembly seat
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Published : Dec 7, 2019, 9:52 PM IST

मांडर, रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 20 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ. मांडर विधानसभा सीट पर भी मतदाताओं में जोश दिखा. हर वर्ग के लोग बड़े जोश के साथ मतदान केंद्र तक पहुंचे और वोटिंग की.

देखें पूरी खबर

मांडर विधानसभा सीट के कई बूथों पर बुजुर्ग मतदाता भी बड़े जोश के साथ पहुंचे. बूथ संख्या 124 और 125 पर कई बुजुर्ग मतदाता पहुंचे और अपने मत का प्रयोग किया. वहीं, जो बुजुर्ग मतदाता अपने पैरों से नहीं आ पाए, उनके बच्चे उन्हें लोकतंत्र के इस महापर्व में अपने गोद में बिठाकर लाते दिखे. मांडर विधानसभा में शनिवार को लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और 60% से भी ज्यादा वोटिंग हुई.

ये भी देखें- सिसई गोलीकांड पर कांग्रेस का वार, कहा- बुलेट के दम पर चुनाव प्रभावित करना चाहती है बीजेपी

वहीं, अपने बूढ़ी मां को गोद में वोट दिलाने पहुंचे बेटे ने बताया कि वोट देना सभी का अधिकार है. अगर कोई शारीरिक रूप से लाचार हो जाता है, तो उनके परिजनों का दायित्व बनता है कि वह अपने बूढ़े मां-बाप को उनके अधिकार का प्रयोग करने के लिए मदद करें.

ये भी देखें- झारखंड विधानसभा चुनाव: तमाड़ विधानसभा क्षेत्र में स्कूल की छात्राएं वोट के लिए बूथों पर दे रही संदेश

जिस प्रकार से हम युवा अपने मन से अपनी सरकार चुनते है, उसी प्रकार हमारे बुजुर्ग माता-पिता को भी अधिकार है कि वह अपने मन से अपनी सरकार चुने, क्योंकि सरकार से ही राज्य का निर्माण होता है. बेहतर सरकार के लिए हर किसी की भागीदारी जरूरी होती है.

ये भी देखें- गुमला के सिसई में हुई घटना पर JMM की तीखी प्रतिक्रिया, पुलिस पर लगाया मतदान प्रभावित करने का आरोप

मांडर विधानसभा क्षेत्र में अपने बुजुर्ग माता-पिता को वोट दिलाने लाए ऐसे लोगों ने राज्य की जनता से अपील करते हुए कहा कि मताधिकार का प्रयोग हर किसी को करना चाहिए. जिनके माता-पिता लाचार है उनके बच्चों का यह फर्ज बनता है कि वह अपने माता पिता को मतदान केंद्र तक लाकर उन्हें उनके मन मुताबिक वोट कराएं.

ये भी देखें- रघुवर दास ने सपरिवार दिया वोट, कहा- प्रत्याशी के साथ एक वोटर भी हूं

बता दें कि एक तरफ लोग अपने बुजुर्गों को भूलते जा रहे है, तो वहीं दूसरी ओर लोकतंत्र के इस महापर्व में मांडर विधानसभा के क्षेत्र की जनता ने मतदान केंद्र पर अपने बुजुर्ग माता-पिता को गोद में बिठाकर मतदान करवा कर निश्चित रूप से एक मिसाल पेश की.

मांडर, रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 20 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ. मांडर विधानसभा सीट पर भी मतदाताओं में जोश दिखा. हर वर्ग के लोग बड़े जोश के साथ मतदान केंद्र तक पहुंचे और वोटिंग की.

देखें पूरी खबर

मांडर विधानसभा सीट के कई बूथों पर बुजुर्ग मतदाता भी बड़े जोश के साथ पहुंचे. बूथ संख्या 124 और 125 पर कई बुजुर्ग मतदाता पहुंचे और अपने मत का प्रयोग किया. वहीं, जो बुजुर्ग मतदाता अपने पैरों से नहीं आ पाए, उनके बच्चे उन्हें लोकतंत्र के इस महापर्व में अपने गोद में बिठाकर लाते दिखे. मांडर विधानसभा में शनिवार को लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और 60% से भी ज्यादा वोटिंग हुई.

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वहीं, अपने बूढ़ी मां को गोद में वोट दिलाने पहुंचे बेटे ने बताया कि वोट देना सभी का अधिकार है. अगर कोई शारीरिक रूप से लाचार हो जाता है, तो उनके परिजनों का दायित्व बनता है कि वह अपने बूढ़े मां-बाप को उनके अधिकार का प्रयोग करने के लिए मदद करें.

ये भी देखें- झारखंड विधानसभा चुनाव: तमाड़ विधानसभा क्षेत्र में स्कूल की छात्राएं वोट के लिए बूथों पर दे रही संदेश

जिस प्रकार से हम युवा अपने मन से अपनी सरकार चुनते है, उसी प्रकार हमारे बुजुर्ग माता-पिता को भी अधिकार है कि वह अपने मन से अपनी सरकार चुने, क्योंकि सरकार से ही राज्य का निर्माण होता है. बेहतर सरकार के लिए हर किसी की भागीदारी जरूरी होती है.

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मांडर विधानसभा क्षेत्र में अपने बुजुर्ग माता-पिता को वोट दिलाने लाए ऐसे लोगों ने राज्य की जनता से अपील करते हुए कहा कि मताधिकार का प्रयोग हर किसी को करना चाहिए. जिनके माता-पिता लाचार है उनके बच्चों का यह फर्ज बनता है कि वह अपने माता पिता को मतदान केंद्र तक लाकर उन्हें उनके मन मुताबिक वोट कराएं.

ये भी देखें- रघुवर दास ने सपरिवार दिया वोट, कहा- प्रत्याशी के साथ एक वोटर भी हूं

बता दें कि एक तरफ लोग अपने बुजुर्गों को भूलते जा रहे है, तो वहीं दूसरी ओर लोकतंत्र के इस महापर्व में मांडर विधानसभा के क्षेत्र की जनता ने मतदान केंद्र पर अपने बुजुर्ग माता-पिता को गोद में बिठाकर मतदान करवा कर निश्चित रूप से एक मिसाल पेश की.

Intro:दूसरे चरण के चुनाव में 20 विधानसभा सीटों पर मतदान किए गए जिसमें मांडर विधानसभा में मतदाताओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया, मांडर विधानसभा के विभिन्न बूथों पर सिर्फ युवा ही नहीं बल्कि बुजुर्गों ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग करते दिखे।

मांडर विधानसभा के बूथ संख्या 124 और 125 पर बुजुर्ग मतदाता अपने मत का प्रयोग करने मतदान केंद्र पर आते दिखे वही जो बुजुर्ग मतदाता अपने पैरों से नहीं आ पाए उनके बच्चों ने उन्हें लोकतंत्र के इस महापर्व पर में अपने गोद में बिठाकर लाते दिखे।


Body:मांडर विधानसभा में शनिवार को लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और 60% से भी ज्यादा शांतिपूर्ण तरीके से पूरे मांडर विधानसभा में मतदान हुए।

वही अपने बूढ़ी मां को गोद में वोट दिलाने पहुंचे अमित उरांव बताते हैं कि वोट देना सभी का अधिकार है और अगर कोई शारीरिक रूप से लाचार हो जाता है तो उनके परिजनों का दायित्व बनता है कि वह अपने बूढ़े मां-बाप को उनके अधिकार का प्रयोग करने के लिए मदद करें।

वही दिशु उरांव बताते हैं कि जिस प्रकार से हम युवा अपने मन से अपना सरकार चुनते हैं उसी प्रकार हमारे बुजुर्ग माता-पिता को भी अधिकार है कि वह अपने मन से अपना सरकार चुनें क्योंकि सरकार से ही राज्य का निर्माण होता है और बेहतर सरकार के लिए हर किसी की भागीदारी जरूरी होती है।




Conclusion:मांडर विधानसभा क्षेत्र में अपने बुजुर्ग माता-पिता को वोट दिलाने लाए ऐसे लोगों ने राज्य की जनता से अपील करते हुए कहा कि मताधिकार का प्रयोग हर किसी को करना चाहिए और जिनके माता-पिता लाचार हैं उनके बच्चों का यह फर्ज बनता है कि वह अपने माता पिता को मतदान केंद्र तक लाकर उन्हें उनके मन मुताबिक वोट कराएं।

गौरतलब है कि एक तरफ लोग अपने बुजुर्गों को भूलते जा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर लोकतंत्र के इस महापर्व में मांडर विधानसभा के क्षेत्र की जनता ने मतदान केंद्र पर अपने बुजुर्ग माता-पिता को गोद में बिठाकर मतदान करवा कर निश्चित रूप से एक मिसाल पेश कर रहे हैं।

बाइट- अमित उरांव।
बाइट- दिशु उरांव।
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