रांची: राजधानी में पंजाब नेशनल बैंक के साथ धोखाधड़ी का एक बड़ा मामला सामने आया है. पीएनबी के अरगोड़ा शाखा से बिक्री की जा चुकी जमीन को ही मॉर्गेज रख बैंक को 83 लाख रुपये का चूना लगाया गया है. इसे लेकर पीएनबी के शाखा प्रबंधन रंजीत खलखो ने अरगोड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है.
क्या है एफआईआर में
प्रबंधक ने एफआइआर में कहा है कि मेसर्स शुद्ध आटा के मालिक रमेश कुमार उर्फ रमेश महतो ने 90 लाख का लोन लेकर 83 लाख की निकासी कर ली. यह लोन ऐसे जमीन की डीड को मॉरगेज रखकर लिया गया, जिसे बिक्री की जा चुकी है. इसके अलावा बैंक ऑफ बड़ौदा से भी लोन ले रखा था. इसकी जानकारी तब हुई जब लोन की शर्तों के अनुसार लोन की रकम चुकता नहीं किया गया. इसके बाद 12 अप्रैल 2018 को लोन एनपीए कर दिया गया. एनपीए करने के बाद निलामी की प्रक्रिया के लिए जब नोटिस भेजा गया और प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया, तब पता चला कि उस जमीन को लोन के गारंटर राधेश्याम महतो ने ही बिक्री कर दी है.
बैंक ऑफ बड़ौदा से लोन की जानकारी भी छुपाया
प्रबंधक द्वारा दर्ज कराई गई एफआइआर में कहा गया है कि शुद्ध आटा के मालिक रमेश कुमार ने 15 दिसंबर को आवेदन दिया था. इस आवेदन को देने के बाद सात जनवरी 2016 को 30 लाख कैश क्रेडिट और 60 लाख मशीनरी और प्लांट के लिए स्वीकृत किया गया. इसके बाद दो डीड 11 और 12 जनवरी 2016 को मॉरगेज किया गया. इसके बाद लोन की नियमावली के अनुरूप चुकता नहीं किया गया. बैंक नोटिस और अन्य छानबीन में पता चला कि 12 जुलाई 2014 को भी रमेश ने मेसर्स नेचुरल आटा के नाम पर लोन ले रखा था. जिस जमीन पर प्लांट बनाया गया था वह जमीन भी बिक्री की हुई जमीन पर था.
21 डिसमील जमीन को किया था मॉर्गेज
लोन के लिए नगड़ी के साहेर स्थिति 21 डिसमिल जमीन को मॉर्गेज किया था. इस मॉरगेज लोन के लिए बैंक को दिए गए जमीन की जांच में बैंक को पता चला कि लोन के गारंटर ने डॉक्टर मुकेश कुमार को 12 नवंबर 2014 को ही बेच डाली थी. पुलिस अब पूरे मामले की जांच में जुट गई है.