रांचीः राजधानी रांची में ईद उल अजहा की नमाज अदा कर ली गई. बारिश की वजह से राजधानी रांची के अधिकांश स्थानों पर नमाज मस्जिदों में अदा की गई. कुछ जगहों पर जरूर मस्जिद के बाहर भी नमाज अदा की गई. बकरीद को देखते हुए रांची पुलिस भी बेहद सतर्क है. रांची के तमाम संवेदनशील स्थानों पर गुरुवार की सुबह 5 बजे से ही पुलिस बल अपनी ड्यूटी संभाल चुके थे जो देर रात तक जारी रहेगी.
हरमू ईदगाह में इस बार नहीं हुई नमाज अदाः राजधानी रांची में ईद उल अजहा को लेकर काफी उत्साह देखने को मिला. हालांकि 3 दिनों से हो रही लगातार बारिश की वजह से उत्साह में थोड़ी खलल जरूर पड़ी. बारिश की वजह से ही रांची के हरमू रोड ईदगाह में काफी सालों के बाद नमाज अदा नहीं की गई. अंजुमन इस्लामिया के द्वारा यह तय किया गया था कि ईदगाह में इस बार नमाज अदा नहीं की जाएगी. भारी बारिश की वजह से यह फैसला लिया गया.
बाकी जगहों पर शांतिपूर्वक नमाज अदाः रांची के मेन रोड, डोरंडा, हिंदपीढ़ी, बरियातू, कांके, पिठोरिया, अरगोड़ा सहित तमाम मस्जिदों में हल्की बूंदाबांदी के बीच ईद उल अजहा की नमाज अदा की गई.
पुलिस अलर्ट, सभी थाना प्रभारी रहे मौजूदः बकरीद को देखते हुए राजधानी के सभी संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल के साथ-साथ ड्रोन की टीम को भी तैनात किया गया था. सभी थाना प्रभारी नमाज के वक्त अपने अपने इलाकों में भ्रमणशील रहे. बकरीद को लेकर राजधानी रांची में दो हजार पुलिस बलों की तैनाती की गई है. खासकर वैसे ही इलाके जहां बकरीद के समय पूर्व में सामाजिक सौहार्द्र बिगड़ा था, वहां विशेष निगरानी रखी जा रही है. सोशल मीडिया पर भी विशेष नजर पुलिस के द्वारा रखी जा रही है. रांची पुलिस के द्वारा एक दिन पूर्व ही यह संदेश जारी कर दिया गया था कि अगर कोई भी सामाजिक सौहार्द्र को बिगाड़ने की कोशिश करेगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा.
कुर्बानी का है महत्वः मुस्लिम जानकार बताते हैं कि इस्लाम धर्म में पांच फर्ज माने गए हैं. इस्लाम को मानने वालों का कहना है कि हज के दौरान ही ईद उल अजहा मनाया जाता है. इस दौरान लोग नमाज पढ़ने के बाद कुर्बानी की प्रक्रिया शुरू करते हैं. ईद उल अजहा में दौरान कुर्बानी का बहुत महत्व होता है.