ETV Bharat / state

निष्क्रिय पड़ी शक्ति कमांडो को सशक्त करने की कवायद की तेज, सिटी एसपी ने दिए ये दिशा- निर्देश - रांची में महिला सुरक्षा

रांची सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने महिला सुरक्षा को लेकर फिर से कवायद तेज कर दी है. निष्क्रिय पड़ी शक्ति कमांडो को सशक्त करने की पहल की गई है. Effort to activate Shakti Commando

Ranchi Efforts to strengthen dormant Shakti Commando
निष्क्रिय पड़ी शक्ति कमांडो को सशक्त करने की कवायद की तेज
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Oct 4, 2023, 12:45 PM IST

निष्क्रिय पड़ी शक्ति कमांडो को सशक्त करने की कवायद की तेज

रांची: राजधानी में मनचलों पर नकेल कसने, कॉलेज-स्कूल सहित घर से बाहर निकलने वाली महिलाओं की सुरक्षा के लिए 18 स्कूटी पर 36 महिला शक्ति कमांडो शहर में सक्रिय रहती हैं. हैरत की बात है कि अधिकांश छात्राओं को यह पता ही नहीं है कि शक्ति कमांडो भी राजधानी में सक्रिय है, जो सिर्फ उन्हीं के सुरक्षा के लिए है. ऐसे में अब एक बार फिर से शक्ति कमांडो को बेहतर तरीके से एक्टिव करने की दिशा में काम शुरू किया गया है.

ये भी पढ़ें: रांची में मनचले रहें सावधानः छेड़खानी की तो सीधे जाएंगे जेल, सड़क पर उतरी शक्ति कमांडो

महिला सुरक्षा के लिए बनी है टीम: राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा के लिए शक्ति कमांडो का गठन किया गया था. लाल रंग की स्कूटी पर दो महिला पुलिसकर्मियों को यह जिम्मेदारी दी गई थी कि वे खासकर स्कूल और महिला कॉलेज के आस-पास कारगर तरीके से सक्रिय रहें, लेकिन ऐसा हो नहीं सका. शक्ति कमांडो यदा कदा ही स्कूल-कॉलेजों के आस-पास नजर आती हैं. हैरानी की बात यह है कि प्रचार-प्रसार के बावजूद बड़ी संख्या में स्कूल जाने वाली छात्राएं शक्ति कमांडो कौन है, उनकी क्या जिम्मेदारी है, यह भी नहीं जानती. यहां तक कि शक्ति एप के बारे में भी बहुत कम लोगों को पता है. शक्ति कमांडो स्कूल कॉलेज के बाहर सक्रिय है या नहीं यह जब हमने जानने का प्रयास किया तो यह जानकारी हासिल हुई कि कॉलेज की छात्राएं तो शक्ति कमांडो के बारे में जानती ही नहीं हैं.

मॉनिटरिंग सिस्टम दुरुस्त किया जाएगा: शक्ति कमांडो की निष्क्रियता रांची पुलिस के लिए भारी पड़ सकती है. उनके कंधों पर महिला सुरक्षा की एक बड़ी जिम्मेदारी है. मामला संज्ञान में आने के बाद रांची के सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने इस मामले में पहल की. सिटी एसपी के अनुसार शक्ति कमांडो को हर हाल में सक्रिय रहना होगा. इसके लिए बकायदा उन्हें नए सिरे से ब्रीफ किया गया है. रांची के सभी कॉलेज और स्कूलों में शक्ति कमांडो की मॉनिटरिंग के लिए बारकोड लगा दिया गया है. अब शक्ति कमांडो स्कूल कॉलेज पहुंचने के बाद बारकोड के जरिए स्कैन करेंगी. इसके बाद पुलिस कंट्रोल रूम को यह सूचना मिल जाएगी कि वे अपनी ड्यूटी के स्थान पर पहुंच चुकी हैं.

सभी प्रमुख स्कूल, कॉलेज और वैसे स्थान जहां महिलाओं की भीड़ ज्यादा रहती है, वहां पर बारकोड लगा दिया गया है. ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाली महिला कमांडों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी. शक्ति कमांडो के कामकाज पर नजर रखने के लिए साप्ताहिक समीक्षा की प्लानिंग की गई है. समीक्षा के दौरान शक्ति कमांडो के द्वारा एक सप्ताह के दौरान क्या-क्या कार्य किए गए, उनके एप पर कितने लोगों ने मदद मांगी, इन सब का ब्योरा उनसे हर सप्ताह लिया जाएगा. ज्यादा लापरवाही बरतने वाले शक्ति कमांडो को पुलिस के दूसरे विंग में तैनात किया जाएगा.

क्या है शक्ति कमांडो और शक्ति एप: मुख्यमंत्री रघुवर दास के समय महिला सुरक्षा के लिए शक्ति कमांडो और शक्ति एप का निर्माण किया गया था. शक्ति एप को मोबाइल में प्ले स्टोर के माध्यम से डाउनलोड किया जाता है. शक्ति एप में स्पेशल बटन होता है. अगर कोई महिला या छात्रा किसी मुसीबत में है और वह उसके बटन को दबाती हैं तो सीधे शक्ति कमांडो के मोबाइल और कंट्रोल रूम में मैसेज चला जाएगा. मोबाइल के जरिए लोकेशन और फोन नंबर भी पुलिस को मिल जाएगा. इसके बाद त्वरित सहायता दी जाएगी. ऐसे में यह जरूरी है कि खासकर कॉलेज जाने वाली और हर कामकाजी महिलाओं को मोबाइल में जरूर इस एप को डाउनलोड करना चाहिए.

निष्क्रिय पड़ी शक्ति कमांडो को सशक्त करने की कवायद की तेज

रांची: राजधानी में मनचलों पर नकेल कसने, कॉलेज-स्कूल सहित घर से बाहर निकलने वाली महिलाओं की सुरक्षा के लिए 18 स्कूटी पर 36 महिला शक्ति कमांडो शहर में सक्रिय रहती हैं. हैरत की बात है कि अधिकांश छात्राओं को यह पता ही नहीं है कि शक्ति कमांडो भी राजधानी में सक्रिय है, जो सिर्फ उन्हीं के सुरक्षा के लिए है. ऐसे में अब एक बार फिर से शक्ति कमांडो को बेहतर तरीके से एक्टिव करने की दिशा में काम शुरू किया गया है.

ये भी पढ़ें: रांची में मनचले रहें सावधानः छेड़खानी की तो सीधे जाएंगे जेल, सड़क पर उतरी शक्ति कमांडो

महिला सुरक्षा के लिए बनी है टीम: राजधानी में महिलाओं की सुरक्षा के लिए शक्ति कमांडो का गठन किया गया था. लाल रंग की स्कूटी पर दो महिला पुलिसकर्मियों को यह जिम्मेदारी दी गई थी कि वे खासकर स्कूल और महिला कॉलेज के आस-पास कारगर तरीके से सक्रिय रहें, लेकिन ऐसा हो नहीं सका. शक्ति कमांडो यदा कदा ही स्कूल-कॉलेजों के आस-पास नजर आती हैं. हैरानी की बात यह है कि प्रचार-प्रसार के बावजूद बड़ी संख्या में स्कूल जाने वाली छात्राएं शक्ति कमांडो कौन है, उनकी क्या जिम्मेदारी है, यह भी नहीं जानती. यहां तक कि शक्ति एप के बारे में भी बहुत कम लोगों को पता है. शक्ति कमांडो स्कूल कॉलेज के बाहर सक्रिय है या नहीं यह जब हमने जानने का प्रयास किया तो यह जानकारी हासिल हुई कि कॉलेज की छात्राएं तो शक्ति कमांडो के बारे में जानती ही नहीं हैं.

मॉनिटरिंग सिस्टम दुरुस्त किया जाएगा: शक्ति कमांडो की निष्क्रियता रांची पुलिस के लिए भारी पड़ सकती है. उनके कंधों पर महिला सुरक्षा की एक बड़ी जिम्मेदारी है. मामला संज्ञान में आने के बाद रांची के सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने इस मामले में पहल की. सिटी एसपी के अनुसार शक्ति कमांडो को हर हाल में सक्रिय रहना होगा. इसके लिए बकायदा उन्हें नए सिरे से ब्रीफ किया गया है. रांची के सभी कॉलेज और स्कूलों में शक्ति कमांडो की मॉनिटरिंग के लिए बारकोड लगा दिया गया है. अब शक्ति कमांडो स्कूल कॉलेज पहुंचने के बाद बारकोड के जरिए स्कैन करेंगी. इसके बाद पुलिस कंट्रोल रूम को यह सूचना मिल जाएगी कि वे अपनी ड्यूटी के स्थान पर पहुंच चुकी हैं.

सभी प्रमुख स्कूल, कॉलेज और वैसे स्थान जहां महिलाओं की भीड़ ज्यादा रहती है, वहां पर बारकोड लगा दिया गया है. ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाली महिला कमांडों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी. शक्ति कमांडो के कामकाज पर नजर रखने के लिए साप्ताहिक समीक्षा की प्लानिंग की गई है. समीक्षा के दौरान शक्ति कमांडो के द्वारा एक सप्ताह के दौरान क्या-क्या कार्य किए गए, उनके एप पर कितने लोगों ने मदद मांगी, इन सब का ब्योरा उनसे हर सप्ताह लिया जाएगा. ज्यादा लापरवाही बरतने वाले शक्ति कमांडो को पुलिस के दूसरे विंग में तैनात किया जाएगा.

क्या है शक्ति कमांडो और शक्ति एप: मुख्यमंत्री रघुवर दास के समय महिला सुरक्षा के लिए शक्ति कमांडो और शक्ति एप का निर्माण किया गया था. शक्ति एप को मोबाइल में प्ले स्टोर के माध्यम से डाउनलोड किया जाता है. शक्ति एप में स्पेशल बटन होता है. अगर कोई महिला या छात्रा किसी मुसीबत में है और वह उसके बटन को दबाती हैं तो सीधे शक्ति कमांडो के मोबाइल और कंट्रोल रूम में मैसेज चला जाएगा. मोबाइल के जरिए लोकेशन और फोन नंबर भी पुलिस को मिल जाएगा. इसके बाद त्वरित सहायता दी जाएगी. ऐसे में यह जरूरी है कि खासकर कॉलेज जाने वाली और हर कामकाजी महिलाओं को मोबाइल में जरूर इस एप को डाउनलोड करना चाहिए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.