रांची: राजधानी पुलिस नक्सली संगठन पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप की संपत्ति की जांच करेगी. इसके साथ ही जरूरत पड़ने पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को पत्राचार भी किया जा सकता है. रांची में दिनेश गोप की नई संपत्ति की जांच की जानकारी मिलने के बाद एसएसपी अनीश गुप्ता ने जांच के लिए टीम का गठन किया है.
रकम खपाने वालों की खंगालेंगे भूमिका
जांच अधिकारी दिनेश गोप की रांची की संपत्ति और लेवी की रकम खपाने वालों की भूमिका भी खंगालेंगे. पीएलएफआई कमांडर अखिलेश गोप की स्वीकारोक्ति बयान सामने आने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. बता दें कि छह दिनों की रिमांड पर अखिलेश ने स्वीकारोक्ति बयान में बताया था कि उसका जगन्नाथपुर इलाके के हेसाग में चार फ्लैट और नगड़ी के पिस्का रेलवे क्रॉसिंग के पास एक होटल है, जिसे हेसाग मुस्लिम मोहल्ला निवासी मुबारक खान और नगड़ी के बालकरण महतो सीधे तौर पर सुप्रीमो से जुड़कर संगठन के लेवी का पैसा खपा रहे हैं. इसके अलावे पुलिस संगठन के पास मौजूद 50 से 55 एके 47 रायफल और अन्य मददगारों का पता लगा रही है.
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कई लोगों के नामों का खुलासा
अखिलेश की स्वीकारोक्ति बयान में कई लोगों से लेवी वसूलने की बातें सामने आई थी. बताया गया था कि दिनेश गोप के इशारे पर खूंटी के जहाना ईंट भट्ठा से हर माहीने 10 हजार रुपये, पतरातू और कजरिया मुखिया से हर महीने 5 हजार रुपये वसूला जाता है. नगड़ी के सीमेंट व्यवसायी बजरंग महतो पीएलएफआई के शुभचिंतक है. वह लेवी भी देता है. ठेकेदार पवन सोनी से पांच फीसद कमीशन, सिरका क्रशर से 20 हजार सालाना लेवी सहित अन्य से लेवी का खुलासा किया गया था. इसके अलावा अखिलेश गोप ने कई लोगों के नामों का खुलासा भी किया था.