रांची: झारखंड के साहिबगंज में 1000 करोड़ के अवैध खनन केस में ईडी की टीम एसडीपीओ राजेंद्र दुबे से पूछताछ करेगी. इससे पूर्व राजेंद्र दुबे से दिसंबर 2022 में पूछताछ हुई थी. इस मामले में नए तथ्य सामने आने के बाद डीएसपी को ईडी ने फिर से समन किया है. डीएसपी को सोमवार को दिन के 11 बजे एजेंसी के रांची जोनल ऑफिस में उपस्थित होने को कहा गया है. ईडी को अंदेशा है कि अवैध खनन केस में प्रमुख गवाह रहे विजय हांसदा को मैनेज करने की कोशिश राजेंद्र दुबे ने भी की थी.
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डीसी ने ईडी को पूछताछ में पुलिस की भूमिका बताई थी: अवैध खनन और उससे अर्जित राशि की मनी लॉन्ड्रिंग के केस में ईडी ने साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव से पूछताछ की थी. तब रामनिवास यादव ने बताया था कि अवैध खनन रोकने के लिए उन्होंने पुलिस को कई बार पत्र लिखा था, साथ ही कार्रवाई के आदेश भी दिए थे. इस दौरान पुलिस की भूमिका सवालों के घेरे में आ गई थी. डीसी ने अपने आदेश से जुड़े साक्ष्य भी एजेंसी को उपलब्ध कराए थे. यही वजह है कि ईडी ने राजेंद्र दुबे को इस मामले में समन किया है. राजेंद्र दुबे साहिबगंज के खनन क्षेत्र में ही बतौर डीएसपी पोस्टेड रहे हैं.
न्यायिक हिरासत में बंद पंकज मिश्रा से बात कर बुरे फंसे थे दुबे: इससे पहले पहली बार राजेंद्र दुबे से नौ दिसंबर 2022 को ईडी ने पूछताछ की थी. तब ईडी को यह जानकारी मिली थी की मुख्यमंत्री के बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के न्यायिक हिरासत में रहने के दौरान राजेंद्र दुबे ने फोन पर बात की थी. गैरकानूनी तरीके से हुई दोनों के बीच लगातार बातचीत को ईडी ने गंभीर माना था. पूछताछ में भी ईडी के समक्ष राजेंद्र दुबे ने अपनी गलती स्वीकार की थी. ईडी ने राजेंद्र दुबे और उनके परिजनों की संपत्ति का हलफनामा भी मांगा था. अब नए तथ्यों के आधार पर राजेंद्र दुबे से ईडी पूछताछ करेगी. पिछली बार की पूछताछ में राजेंद्र दुबे ने अपनी गलती मानते हुए ईडी के अधिकारियों से माफी मांग ली थी.