रांची: जमीन घोटाले मामले में कारोबारी विष्णु अग्रवाल को ईडी ने फिर से समन किया है. इस बार अग्रवाल को 17 जुलाई की सुबह 11 बजे ईडी के रांची जोनल कार्यालय में हाजिर होने को कहा गया है. इससे पहले ईडी तीन बार विष्णु अग्रवाल से पूछताछ कर चुकी है. पहली बार चार नवंबर 2022 को ईडी ने रांची जमीन घोटाले में विष्णु अग्रवाल के आवास व मॉल स्थित दफ्तर में छापेमारी की थी. उसके बाद से ही विष्णु अग्रवाल ईडी के रडार पर है.
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मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर राडार पर हैं अग्रवाल: रांची के चर्चित चेशायर होम रोड में जमीन डील मामले में ईडी ने विष्णु अग्रवाल को अभी तक संदेह के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग में लिप्त पाया है. चेशायर होम रोड की जमीन का सेल डीड पुनीत भार्गव के नाम पर 6 फरवरी 2021 को बना था, बाद में पुनीत भार्गव ने यह जमीन एक अप्रैल 2021 को विष्णु अग्रवाल को बेची थी. इस सेल डीड में 1.80 करोड़ के भुगतान का जिक्र है. ईडी ने अपनी जांच में विष्णु अग्रवाल को मनी लॉन्ड्रिंग का संदेही माना है. साथ ही ईडी ने लिखा है कि एक एकड़ जमीन पर फर्जीवाड़ा और गलत दस्तावेजों के आधार पर आपराधिक साजिश रच कब्जा किया गया. इस मामले में कुछ नए तथ्य ईडी के हाथ लगे हैं, उसी तथ्य को लेकर एक बार नए सिरे से 17 जुलाई को विष्णु अग्रवाल से पूछताछ की जाएगी.
तीसरी बार की पूछताछ में अग्रवाल ने जमा किए थे कई कागजात: इससे पूर्व के पूछताछ के दौरान विष्णु अग्रवाल की तरफ से ईडी को कई कागजात सौपे गए थे जिसकी सत्यता की जांच ईडी के द्वारा करवाई गई है. ईडी की जांच में यह बात सामने आयी है कि प्रेम प्रकाश के कहने पर ही जमीन के फर्जी दस्तावेज बनाने वाले अफसर अली ने एक एकड़ जमीन की रजिस्ट्री प्रेम प्रकाश के दोस्त पुनीत भार्गव को की थी. इस जमीन को बाद में पुनीत भार्गव ने विष्णु अग्रवाल को बेची. जमीन की डील के बाद पुनीत भार्गव ने डेड़ करोड़ से अधिक राशि प्रेम प्रकाश को दी थी.