रांची: झारखंड के एक और आईएएस अधिकारी ईडी के रडार पर आ गए हैं. रांची के पूर्व डीसी रहे आईएएस अधिकारी छवि रंजन के ठिकानों पर ईडी की टीम रेड कर रही है. जानकारी के अनुसार, राजधानी में कई सीओ और जमीन कारोबारियों के ठिकानों पर भी ईडी ने दबिश दी है.
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22 ठिकानों पर रेड: ईडी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आईएएस अधिकारी छवि रंजन और उनके कई रिश्तेदारों के साथ-साथ कई जमीन कारोबारी और अंचल अधिकारियों के घरों पर ईडी ने एक साथ दबिश दी है. ये छापेमारी रांची, जमशेदपुर के साथ-साथ कुछ अन्य शहरों में भी हो रही है. रांची के हिंदपीढ़ी में भी ईडी की टीम छापेमारी कर रही है.
राज्य के कई अधिकारी और कर्मचारी हैं ईडी के रडार पर: ईडी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूरा मामला जमीन के हेर फेर से जुड़ा है. इसी मामले में रेड शुरू की गई है. बता दें कि रांची में सेना की जमीन की रजिस्ट्री के मामले में रांची जिला प्रशासन की भूमिका भी संदेह के घेरे में है. दोनों ही जगहों पर जमीन की खरीद करने वाले, रजिस्ट्री करने वाले व्यक्ति, सरकारी पदाधिकारी जिनकी भूमिका रजिस्ट्री, म्यूटेशन में हैं, वह ईडी के रडार पर हैं.
सेना जमीन खरीद में फर्जीवाडा के मामले में ईडी मनी लाउंड्रिंग के पहलूओं पर जांच कर रही है. सेना से मिले दस्तावेजों के मुताबिक, जमीन की खरीद बिक्री में बड़ी गड़बड़ी की पुष्टि भी हुई है. ईडी इस मामले में तत्कालीन डिप्टी रजिस्ट्रार वैभव मणि त्रिपाठी और घासीराम पिंगुआ से पूछताछ कर चुकी है. रांची के बरियातू थाने में नगर निगम के बयान पर दर्ज एफआईआर के आधार पर ईडी ने करमटोली में सेना की 4.55 एकड़ जमीन के गलत तरीके से बेचे जाने के मामले में ईसीआईआर दर्ज की थी. आधा दर्जन अंचलाधिकारी और और पूर्व डीसी के ठिकानों पर छापेमारी के लिए ईडी की टीम गुरुवार के अहले सुबह से ही तैयार थी, मिली जानकारी के अनुसार, एक साथ लगभग 10 से ज्यादा वाहनों में ईडी की टीम छापेमारी के लिए निकली है.