रांची: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने खूंटी जिले के चर्चित मानव तस्कर पन्नालाल और उसके सहयोगियों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कर ली है. एफआईआर में पन्नालाल के भतीजे नवीन गंझू, दमाद विकास और मानव तस्करी से जुड़े गैंग के बासुदेव, प्रिया और मालती शांडिल को भी नामजद अभियुक्त बनाया है.
जेल से चला रहा था नेटवर्क
झारखंड के कुख्यात मानव तस्करों में चिन्हित पन्नालाल महतो जेल में रहने के बावजूद अपने परिवार के सदस्यों की मदद से मानव तस्करी रैकेट चलवा रहा था. मानव तस्कर पन्नालाल झारखंड की बेटियों का सौदा कर करोड़ों की कर रहा था. पूरे मामले में खुलासे के बाद ईडी ने इस संबंध में पन्नालाल और उसके परिवार के सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. एफआईआर में पन्नालाल के अलावा उसके दामाद वासुदेव, विकास, मलती सुंडिल, पन्नालाल के भगीना नवीन गंझू को आरोपी बनाया गया है. पन्नालाल के खिलाफ पहले भी खूंटी के एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट थाना में 19 एफआईआर दर्ज हैं.
कैसे काम करता है पन्नालाल का नेटवर्क
पन्नालाल के खिलाफ दर्ज मामलों के अनुसंधान और फाइनल रिपोर्ट के अनुसार पन्नालाल के मानव तस्कर रैकेट खूंटी समेत राज्य के अन्य हिस्सों में सक्रिय है. पन्नालाल ने इन जिलों में अपने लिए दलाली करने वाले लोग रखे हैं. ये लोग गांव में नाबालिग और गरीब लड़कियों को दिल्ली या अन्य महानगरों में नौकरी दिलाने का झांसा देते हैं. लड़कियों को अपनी जाल में फंसाने के बाद उन्हें पन्नालाल को सौंप दिया जाता था. इसके बाद पन्नालाल के लोग अपने संपर्क के और गिरोह के ही लोगों की ओर से खोले गए प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए लड़कियों का सौदा करते है. उन्हें महानगरों में काम में लगाया जाता था.
अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति को किया जमीन में निवेश
ईडी को जानकारी मिली है कि पन्नालाल ने अवैध तरीके से अर्जित करोड़ों की संपत्ति का जमीन में निवेश किया है. ईडी को रांची, खूंटी, दिल्ली में पन्नालाल की ओर से खरीदी गई अचल संपत्तियों की जानकारी मिली है. ऐसे में ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लाउंड्रिंग की धाराओं के तहत पन्नालाल समेत अन्य को आरोपी बनाया है.