रांचीः झारखंड के साहिबगंज जिले में 1000 करोड़ के अवैध खनन के मास्टरमाइंड पंकज मिश्रा के न्यायिक हिरासत में रहने के दौरान उनसे मुलाकात करने वाले और फोन पर बातचीत करने वाले मामले की जांच को लेकर ईडी रेस है. जांच की दिशा को तेज करने के लिए ईडी ने रांची पुलिस से रिम्स में तैनात सुरक्षाकर्मियों के रोस्टर की मांग की है.
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रिम्स में तैनात जवानों का मांगा रोस्टरः ईडी के द्वारा गिरफ्तार करने के बाद मुख्यमंत्री के बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा जेल से इलाज के लिए न्यायिक हिरासत में ही रिम्स के पेइंग वार्ड में कई महीनों तक भर्ती रहे थे. अब इस मामले में ईडी ने न्यायिक हिरासत में रिम्स के कॉटेज में रहने के दौरान पंकज मिश्रा की सुरक्षा में तैनात जवानों का ड्यूटी रोस्टर मांगा है. जांच में यह बात सामने आई थी कि पंकज मिश्रा ने रिम्स के कॉटेज में रहते हुए फोन का इस्तेमाल किया था, साथ ही कई लोगों से गैरकानूनी तरीके से मुलाकात की थी. इस दौरान रिम्स में कैदी ड्यूटी में तैनात जवानों के रोस्टर की मांग ईडी ने की थी. ईडी ने इस मामले में दूसरा रिमाइंडर भेजा है. रांची पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ईडी को जल्द ही जवानों की ड्यूटी का रोस्टर उपलब्ध करवा दिया जाएगा .
ईडी के समक्ष उपस्थित नहीं हुए रामपुकार राम, मांगा वक्तः वहीं दूसरी तरफ धनकुबेर चीफ इंजीनियर वींरेंद्र राम के खास सहयोगी अभियंता रामपुकार राम सोमवार को ईडी के दफ्तर नहीं पहुंचे. एजेंसी ने सोमवार को रामपुकार राम के लालपुर स्थित आवास पर छापेमारी की थी, उसके बाद उन्हें मंगलवार को एजेंसी के दफ्तर बुलाया गया था. लेकिन राम पुकार राम ने अपने बेटे की तबीयत खराब होने को वजह बताते हुए एजेंसी के पास पत्र भेजा और एजेंसी से अनुरोध किया कि उन्हें दूसरे दिन पूछताछ के लिए बुलाया जाए. गौरतलब है कि रामपुकार राम के घर से ईडी ने कई डिजिटल साक्ष्य, डायरी समेत कई अन्य कागजात जब्त किए हैं. ईडी ने एक्जीक्यूटिव इंजीनियर रामपुकार राम से उनकी और उनके पारिवारिक सदस्यों की संपत्ति की पूरी जानकारी भी मांगी है.