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साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव से 7 घंटे तक ईडी ऑफिस में पूछताछ, फिर 6 फरवरी को बुलाया

साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव से ईडी ने रांची ऑफिस में लगभग सात घंटे तक पूछताछ की है. पूछताछ के बाद डीसी ईडी ऑफिस से निकल गए. अवैध खनन मामले में साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव को ईडी ने समन भेजा था.

ED Interrogation of Sahibganj DC Ramniwas Yadav in Ranchi
साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव से ईडी ऑफिस में पूछताछ
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Published : Jan 23, 2023, 11:15 AM IST

Updated : Jan 23, 2023, 7:27 PM IST

देखें पूरी खबर

रांचीः साहिबगंज में अवैध खनन मामले में पंकज मिश्रा के करीबी कहे जाने वाले साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव 11:00 बजे से चंद मिनट पहले ईडी ऑफिस पहुंचे और पूछताछ के बाद करीब साढ़े 6 बजे वहां से निकले. ईडी ने उन्हें 6 फरवरी को फिर पूछताछ के लिए बुलाया है. ईडी ने पिछले दिनों उन्हें समन किया था. मनरेगा घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीनियर आईएएस पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के बाद झारखंड ब्यूरोक्रेसी के रामनिवास यादव दूसरे आईएएस अफसर हैं जिन्हें ईडी ने समन कर पूछताछ के लिए बुलाया. ईडी का दावा है कि अप्रैल 2020 से मार्च 2022 के बीच साहिबगंज में 1000 करोड़ से ज्यादा का अवैध खनन हुआ है.

इसे भी पढ़ें- Illegal Mining Case: सोमवार को साहिबगंज डीसी रामनिवास यादव से ईडी करेगी पूछताछ

साहिबगंज में 1000 करोड़ का अवैध खननः ईडी ने अबतक की जांच में पाया है कि साहिबगंज में अप्रैल 2020 से मार्च 2022 के बीच 1000 करोड़ का अवैध खनन हुआ है. बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के राजनीतिक संरक्षण में हुए अवैध खनन में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की संलिप्तता भी ईडी ने पायी है. इस पूरी अवधि में रामनिवास यादव ही साहिबगंज के डीसी रहे, इसलिए ईडी ने उन्हें समन किया था.

ईडी दफ्तर में हलचल पर ब्यूरो चीफ राजेश सिंह की ग्राउंड रिपोर्ट

डीसी की रिपोर्ट को मनवाने के लिए पंकज मिश्रा ने कमिश्नर को किया था कॉलः मार्च 2022 में साहिबगंज से मनिहारी घाट जा रही नाव में कई गाड़ियां ओवरलोड होने के कारण गंगा नदी में डूब गई थी. उस मामले में डीसी रामनिवास यादव ने तत्कालीन दुमका कमिश्नर चंद्रमोहन कश्यप को रिपोर्ट सौंपी गयी. उस रिपोर्ट में कई खामियां पाते हुए कमिश्नर ने दोबारा डीसी से रिपोर्ट मांगी. तब पंकज मिश्रा ने कमिश्नर को फोन कर कहा था कि जलयान के जरिए ट्रांसपोर्टिंग का पूरा कामकाज उनका ही है, ऐसे में डीसी ने जो रिपोर्ट भेजी है उसे बिना ना-नुकुर किए स्वीकार किया जाए. कमिश्नर ने बाद में ईडी को दिए गवाही में इस बात की पुष्टि की थी. यह मामला भी अवैध खनन और परिवहन से जुड़ा है.

झारखंड में 1000 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी ने पिछले साल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ की थी. इस पूछताछ के बाद तय हो गया था कि अब कुछ नौकरशाहों को ईडी समन कर सकती है. मुख्यमंत्री के बयान के बाद अवैध खनन और उससे जुड़ी कार्रवाईयों को लेकर साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव, एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा के साथ साथ डीएमओ और डीएफओ स्तर के अधिकारियों को समन होना तय था.

ईडी की पूछताछ में सीएम ने क्या कहा थाः सीएम हेमंत सोरेन ने साहिबगंज में पंकज मिश्रा और उसके करीबी दाहू यादव के बारे में पूछताछ हुई थी. इस दौरान सीएम ने कहा था कि उन्हें पंकज मिश्रा या दाहू के द्वारा किसी अवैध गतिविधि की सूचना नहीं है. अगर साहिबगंज में कोई अवैध खनन हुआ है तो इसे रोकने की जिम्मेदारी वहां के डीसी और एसपी की थी. उनके ऐसे जवाब से तय हो गया था कि एजेंसी जल्द ही साहिबगंज डीसी और एसपी को समन जारी करेगा.

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रांचीः साहिबगंज में अवैध खनन मामले में पंकज मिश्रा के करीबी कहे जाने वाले साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव 11:00 बजे से चंद मिनट पहले ईडी ऑफिस पहुंचे और पूछताछ के बाद करीब साढ़े 6 बजे वहां से निकले. ईडी ने उन्हें 6 फरवरी को फिर पूछताछ के लिए बुलाया है. ईडी ने पिछले दिनों उन्हें समन किया था. मनरेगा घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीनियर आईएएस पूजा सिंघल की गिरफ्तारी के बाद झारखंड ब्यूरोक्रेसी के रामनिवास यादव दूसरे आईएएस अफसर हैं जिन्हें ईडी ने समन कर पूछताछ के लिए बुलाया. ईडी का दावा है कि अप्रैल 2020 से मार्च 2022 के बीच साहिबगंज में 1000 करोड़ से ज्यादा का अवैध खनन हुआ है.

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साहिबगंज में 1000 करोड़ का अवैध खननः ईडी ने अबतक की जांच में पाया है कि साहिबगंज में अप्रैल 2020 से मार्च 2022 के बीच 1000 करोड़ का अवैध खनन हुआ है. बरहेट विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के राजनीतिक संरक्षण में हुए अवैध खनन में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की संलिप्तता भी ईडी ने पायी है. इस पूरी अवधि में रामनिवास यादव ही साहिबगंज के डीसी रहे, इसलिए ईडी ने उन्हें समन किया था.

ईडी दफ्तर में हलचल पर ब्यूरो चीफ राजेश सिंह की ग्राउंड रिपोर्ट

डीसी की रिपोर्ट को मनवाने के लिए पंकज मिश्रा ने कमिश्नर को किया था कॉलः मार्च 2022 में साहिबगंज से मनिहारी घाट जा रही नाव में कई गाड़ियां ओवरलोड होने के कारण गंगा नदी में डूब गई थी. उस मामले में डीसी रामनिवास यादव ने तत्कालीन दुमका कमिश्नर चंद्रमोहन कश्यप को रिपोर्ट सौंपी गयी. उस रिपोर्ट में कई खामियां पाते हुए कमिश्नर ने दोबारा डीसी से रिपोर्ट मांगी. तब पंकज मिश्रा ने कमिश्नर को फोन कर कहा था कि जलयान के जरिए ट्रांसपोर्टिंग का पूरा कामकाज उनका ही है, ऐसे में डीसी ने जो रिपोर्ट भेजी है उसे बिना ना-नुकुर किए स्वीकार किया जाए. कमिश्नर ने बाद में ईडी को दिए गवाही में इस बात की पुष्टि की थी. यह मामला भी अवैध खनन और परिवहन से जुड़ा है.

झारखंड में 1000 करोड़ के मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी ने पिछले साल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ की थी. इस पूछताछ के बाद तय हो गया था कि अब कुछ नौकरशाहों को ईडी समन कर सकती है. मुख्यमंत्री के बयान के बाद अवैध खनन और उससे जुड़ी कार्रवाईयों को लेकर साहिबगंज के डीसी रामनिवास यादव, एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा के साथ साथ डीएमओ और डीएफओ स्तर के अधिकारियों को समन होना तय था.

ईडी की पूछताछ में सीएम ने क्या कहा थाः सीएम हेमंत सोरेन ने साहिबगंज में पंकज मिश्रा और उसके करीबी दाहू यादव के बारे में पूछताछ हुई थी. इस दौरान सीएम ने कहा था कि उन्हें पंकज मिश्रा या दाहू के द्वारा किसी अवैध गतिविधि की सूचना नहीं है. अगर साहिबगंज में कोई अवैध खनन हुआ है तो इसे रोकने की जिम्मेदारी वहां के डीसी और एसपी की थी. उनके ऐसे जवाब से तय हो गया था कि एजेंसी जल्द ही साहिबगंज डीसी और एसपी को समन जारी करेगा.

Last Updated : Jan 23, 2023, 7:27 PM IST
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